यूरोप जाने की चाहत रखने वालों के लिए एक बड़ी मुश्किल खत्म हो गई है. यूरोपीय संघ के सात देशों ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्लोवेनिया, ग्रीस, आइसलैंड, आयरलैंड और स्पेन के साथ स्विट्जरलैंड ने भारत की कोविशील्ड को मान्यता दे दी है. यह मंजूरी यात्रा के लिए बहुत जरूरी थी. मौजूदा समय में किसी भी देश की यात्रा के लिए वैक्सीन पासपोर्ट बेहद जरूरी है.
सोमवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अदार पूनावाला ने ट्वीट किया था कि मैंने महसूस किया है कि कोविशील्ड लेने वाले बहुत सारे भारतीय यूरोपीय संघ के देशों की यात्रा में समस्याओं का सामना कर रहे हैं. मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं. मैंने इस मुद्दे को हाई लेवल पर उठाया है और आशा करता हूं कि नियामकों और देशों के साथ राजनयिक स्तर पर इस मामले को जल्द ही सलझाया जाएगा.
12 से 15 साल के बच्चों के लिए Pfizer की वैक्सीन को ब्रिटेन में मिली मंजूरी : न्यूज एजेंसी AFP
दरअसल, भारत से बड़ी संख्या में लोग नौकरी या पढ़ाई के लिए यूरोपीय देशों की यात्रा करना चाहते हैं, लेकिन भारतीय वैक्सीनों को पासपोर्ट से संबद्ध करने की इजाजत न मिलने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.
गौरतलब है कि भारत में इस समय चार कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है. इसमें स्वदेशी कंपनी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड शामिल है. इसके अलावा रूस की वैक्सीन स्पूतनिक वी औऱ मॉडर्ना की वैक्सीन को भी आपातकालीन इस्तेमाल के लिए अनुमति मिल चुकी है. कोविड वैक्सीन पासपोर्ट वो सुविधा है, जिसमें वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद उसे डिजिटल पासपोर्ट से लिंक कर दिया जाता है और यह विदेश यात्रा करने की छूट देता है.
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