विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मलेरिया के इलाज में काम आने वाली जो दवा कोरोना वायरस से बचाव के लिए ले रहे है, उसके असर के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट वैज्ञानिक आधार नहीं मिला है. संगठन ने कहा कि वह कोविड-19 में दवा के इस्तेमाल की सिफारिश अभी भी केवल नियंत्रित नैदानिक परीक्षणों के लिए करता है. गौरतलब है कि ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि वह हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन ले रहे हैं. डब्ल्यूएचओ में आपातकालीन सेवा के प्रमुख डॉ. माइकल रेयान ने कहा कि जिन संभावित उपचारों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परीक्षण हो रहा है, यह उनमें से एक है.
उन्होंने कहा कि इन उपचारों के बारे में पता लगाया जा रहा है कि वे कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी है या नहीं. रेयान की बुधवार को आई टिप्पणी से संकेत मिलते हैं कि कोरोना वायरस महामारी को लेकर ट्रंप द्वारा बार-बार की जा रही उसकी आलोचना के आगे वह झुकने वाला नहीं है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि देशों की अपनी पसंद हो सकती है.
वहीं अमेरिका में भारतीय मूल के एक डॉक्टर की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई. अमेरिकन फिजिशियन्स ऑफ इंडियन-ओरिजिन (AAPI) ने यह जानकारी दी. AAPI के मीडिया समन्वयक अजय घोष ने बुधवार को एक बयान में कहा कि सुधीर एस चौहान को कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था और पिछले कुछ हफ्तों से वह अपने जीवन के लिए जूझ रहे थे. 19 मई को बीमारी से उनकी मृत्यु हो गई. चौहान न्यूयॉर्क के जमैका अस्पताल में एक इंटरनल मेडिसिन फिजिशियन और आईएम रेजीडेंसी प्रोग्राम के एसोसिएट प्रोग्राम डाइरेक्टर थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं