तख्तापलट करने के एक दिन बाद थाईलैंड के सैन्य शासन ने आज देश की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनवात्रा और उनके ताकतवर व्यापारिक घराने के कुछ सदस्यों को हिरासत में ले लिया।
यिंगलक (46) और पिछली सरकार के ढेर सारे नेताओं को आज सेना के सामने पेश होने के निर्देश दिए गए थे। यिंगलक को कई घंटों तक एक सैन्य इकाई में रखा गया और फिर किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।
खुद को नया प्रधानमंत्री नियुक्त करने वाले थलसेना प्रमुख प्रयुत चान ओचा ने आला अधिकारियों से मुलाकात की और देश के लिए अपनी योजना का खुलासा किया। उन्होंने उनसे कहा कि किसी चुनाव से पहले सुधार अमल में आने चाहिए।
अपने सख्त रवैये के लिए चर्चित 60 साल के जनरल ने कहा कि कोई चुनाव कराए जाने से पहले देश को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सुधारों के दौर से गुजरने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, 'हमें चुनाव से पहले अवश्य ही आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सुधार करने चाहिए। अगर स्थिति शांतिपूर्ण रहती है तो हम जनता को सत्ता लौटाने के लिए तैयार हैं।' उन्होंने कहा कि नए प्रशासन की प्राथमिकताओं में धान की खेती करने वाले किसान सबसे ऊपर होंगे।
बैंकॉक पोस्ट की खबर के मुताबिक जनरल ने कहा कि किसानों को भुगतान करने के लिए एक बजट बनाया गया है। पूर्व फीयू थाई पार्टी नीत सरकार की नाकाम योजनाओं के चलते इन लोगों का करोड़ों बहत (मुद्रा) बकाया है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि किसान 15 से 20 दिन में अपनी रकम पाए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं