पाकिस्तान के पेशावर में स्कूल में चरमपंथियों के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई खत्म हो गई है। इस हमले में कुल 141 लोग मारे गए जिसमें 132 बच्चे और स्कूल के 9 कर्मचारी शामिल हैं। सुरक्षाबलों की कार्रवाई में सभी 6 हमलावर भी मारे गए हैं।
पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, हमले के वक्त स्कूल में 1100 लोग मौजूद थे जिनमें 960 लोगों को बचाया गया है। कार्रवाई में 9 सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं।
वहीं खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग घायल हैं और उनमें कुछ गंभीर रूप से घायल हैं।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने इस कायराना हरकत की ज़िम्मेदारी ली है। तालिबान के मुताबिक ये हमला सेना के अभियान के जवाब में किया गया है जो वह उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान के ख़िलाफ़ चला रही है।
तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने यह भी कहा कि यह हमला अफगान सीमा के निकट उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई के जवाब में किया गया है। खुरासानी के मुताबिक, आतंकवादियों की संख्या छह है, जिनमें टारगेट किलर और सुसाइड बॉम्बर शामिल हैं।
पाकिस्तानी सेना के मुताबिक आतंकवादी लंबी लड़ाई के इरादे से आए थे और उनके पास खाने का सामान भी था। सेना के मुताबिक, हमलावरों के आकाओं की पहचान भी हो गई है। सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये भी कहा गया है कि हमलावरों का मकसद बच्चों की हत्या ही था। ये आतंकी सुबह सुरक्षाकर्मियों की वर्दी में मेन गेट से ही स्कूल में दाखिल हुआ। स्कूल में आते ही आतंकियों ने बच्चों पर हमला करना शुरू कर दिया।
चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकवादी फायरिंग करते हुए स्कूल में घुसे थे, जिससे बच्चे मारे गए और घायल हुए। आतंकवादी स्कूल के पीछे बनी एक कब्रगाह के रास्ते से स्कूल में घुसे। बताया जाता है कि आतंकवादियों ने स्कूल में घुसने से पहले एक वाहन में आग भी लगाई।
हंगामे के बावजूद बाहर निकलने में कामयाब रहे एक बच्चे ने बताया, "हम सभी को गोलीबारी खत्म होने तक ऑडिटोरियम में बैठे रहने के लिए कहा गया था..."। वहीं एक अन्य छात्र ने मीडिया को बताया कि हमलावरों की बड़ी सी दाढ़ी थी और उन्होंने सलवार कमीज पहन रखी थी। उसने बताया कि हमलावर अरबी में बातें कर रहे थे और विदेशियों जैसे दिख रहे थे।
इस बीच, पाकिस्तान में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।वहीं प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अभियान पर खुद नजर रखने के लिए पेशावर रवाना हुए हैं। पेशावर पहुंचकर नवाज़ शरीफ ने कहा, आतंकवादियों का इस तरह स्कूल पर हमला करना कायराना कार्रवाई है, और इससे हमारे इरादे नहीं बदलेंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों के बाद हम बात नहीं करेंगे, फैसला करेंगे, और जब तक आतंकवादी हमले बंद नहीं होते, हमारी कार्रवाई जारी रहेगी।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पेशावर के स्कूल पर किए गए आतंकवादी हमले को कायरतापूर्ण करार देते हुए उसकी कड़ी निंदा की है। नरेंद्र मोदी (@NarendraModi) ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, "Strongly condemn the cowardly terrorist attack at a school in Peshawar..."
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