
- तालिबान ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया कि भारत ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान झड़पों में कोई भूमिका निभाई है
- तालिबान रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब ने कहा कि पाकिस्तान के आरोप निराधार और बिना तर्क के हैं तथा अस्वीकार्य हैं
- याकूब ने कहा कि अफगानिस्तान भारत के साथ अपने संबंधों को राष्ट्रीय हितों के अनुसार मजबूत करने के लिए तत्पर है
अफगानिस्तान के शासन को संभालने वाले तालिबान ने इस्लामाबाद के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हालिया झड़पों में भारत ने कोई भूमिका निभाई है. हाल ही में एक इंटरव्यू में, अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब ने कहा कि पाकिस्तान के आरोप "निराधार, बिना तर्क के और अस्वीकार्य" हैं. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि काबुल अपने राष्ट्रीय हितों के अनुसार नई दिल्ली के साथ संबंधों को "मजबूत" करने के लिए तत्पर है.
तालिबान के संस्थापक दिवंगत मुल्ला उमर के बेटे याकूब ने अल जजीरा से बात करते हुए कहा, "ये आरोप निराधार हैं. हमारी नीति कभी भी अन्य देशों के खिलाफ अपनी जमीन का उपयोग करने में शामिल नहीं होगी. हम एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में भारत के साथ संबंध बनाए रखते हैं और अपने राष्ट्रीय हितों के ढांचे के भीतर उन संबंधों को मजबूत करेंगे."
The Minister of National Defense strongly rejected claims suggesting that India played a role in the recent tensions between Afghanistan and Pakistan.
— RTA English (@rtaenglish1) October 21, 2025
More details in the report below!#RTA pic.twitter.com/xgoqeCK45B
कभी इस्लामाबाद के बेहद करीबी माने जाने वाले याकूब ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान के साथ शांति समझौते को जारी रखने के लिए आपसी सम्मान और प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, "कतर और तुर्की को इसके कार्यान्वयन में सहायता और निगरानी करनी चाहिए. समझौता तभी मान्य होगा जब कोई देश दूसरे के क्षेत्र का उल्लंघन नहीं करेगा."
उधर मुनीर ने फिर उगला जहर
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी सेना के प्रमुख आसिम मुनीर ने 21 अक्टूबर को जनरल हेडक्वाटर में 17वीं राष्ट्रीय कार्यशाला बलूचिस्तान के प्रतिभागियों के साथ बातचीत की. यहां उन्होंने भारत के खिलाफ निराधार आरोप लगाते हुए जहर उगलने का काम किया. पाक सेना की तरफ से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार यहां मुनीर ने इस बात पर जोर दिया कि “भारत प्रायोजित प्रॉक्सी ग्रुप” फितना अल-हिंदुस्तान और फितना अल-ख़्वारिज ने “हिंसा फैलाने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से” जनविरोधी और विकास विरोधी एजेंडे का प्रचार किया. कमाल है कि आंतकवाद के समंदर में डूबा पाकिस्तान अपने यहां हिंसा रोक पाने में पूरी तरफ विफल साबित हो रहा है और हताशा में भारत पर बिना सिर पैर के आरोप लगा रहा है.
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