ब्राजील (Brazil) में प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों की वजह से चीनी उत्पादन (Sugar Production) में गिरावट आई है जिसके चलते भारत (India) से इसका निर्यात बढ़ने की उम्मीद है. भारत का चीनी निर्यात अक्टूबर से शुरू होने वाले 2022 के चीनी सत्र में बढ़कर 90 लाख से एक करोड़ टन पर पहुंचने का अनुमान है. एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है.फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने इंडिया रेटिंग्स (इंड-रा) की रिपोर्ट के आधार पर बताया है कि , प्रतिकूल मौसम स्थिति और कटाई में देरी के कारण ब्राजील में चीनी के कम उत्पादन की वजह से चीनी सत्र 2022 में कुल निर्यात बढ़कर 90 लाख टन से एक करोड़ टन पर पहुंच जाएगा. ब्राजील में मई महीने में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत उत्पादन की गिरावट देखी गई. सत्र 2021 में भारत के लिए चीनी निर्यात 72 लाख टन का रहा था.
इंड-रा की रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्राजील चीनी का सबसे बड़ा निर्यातक है, जिसकी वैश्विक व्यापार में 35-45 प्रतिशत की हिस्सेदारी है. चालू सत्र में इसके निर्यात में गिरावट से भारत की हिस्सेदारी लगभग 15 प्रतिशत तक बढ़ सकती है.
हालांकि, इंड-रा का मानना था कि थाइलैंड में लगातार दो सत्र में उत्पादन में गिरावट के बाद से उत्पादन फिर बढ़ा है. ऐसे में भारत का निर्यात एक करोड़ टन से अधिक नहीं होगा.
इस बीच, उत्पादन में गिरावट के लगातार दो सत्रों के साथ अंतरराष्ट्रीय चीनी की कीमतें अप्रैल, 2022 में 20 सेंट प्रति पाउंड के पांच साल के उच्चस्तर पर पहुंच गईं.
हालांकि ऐसी खबर आई थीं कि चीनी के बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए और देश में ज़रूरतों की पूर्ती के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं के बाद चीनी के निर्यात पर 1 जून से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी. 1 जून से चीनी निर्यात पर कुछ प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे. ऐसे में देखना होगा कि इंडिया रेटिंग्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का चीनी निर्यात ब्राजील को कितनी टक्कर दे पाता है.
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