मोगादिशु:
सोमालिया के राष्ट्रपति ने कहा है कि उन्होंने अपनी सरजमीं के दक्षिण में चरमपंथियों के खिलाफ केन्या की एक सप्ताह से जारी सैन्य कार्रवाई पर विरोध जताया है। नैरोबी पर हुए ग्रेनेड हमलों ने विद्रोहियों की तरफ से भी कड़े प्रतिरोध की आशंका को जाहिर कर दिया है। प्रतिशोध में इस्लामी चरमपंथियों ने जहां जवाबी हमले की बात कही है, वहीं सोमालिया के राष्ट्रपति शरीफ शेख अहमद ने सीमा के भीतर प्रवेश कर देश में हमले किए जाने पर चिंता जाहिर की है। शरीफ ने मोगादिशु में संवाददाताओं से कहा, सोमालिया सरकार और उसके नागरिक अपनी जमीं पर बिना किसी पूर्व करार के सैन्य बलों को प्रवेश की अनुमति नहीं देंगे। केन्याई सैन्य बलों के बारे में हम केवल एक चीज जानते हैं और वह यह कि सोमालिया की राष्ट्रीय सेना को उनका प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव है। अपनी जमीं से कुछ विदेशियों को अगवा करने और उसे सीमा पार ले जाने के बाद केन्या ने आठ दिन पहले अभूतपूर्व सैन्य कार्रवाई आरंभ की थी। केन्या ने अपने सैनिकों और टैंकों को अल कायदा से जुड़े शबाब नियंत्रित दक्षिणी सोमालिया में सौ किलोमीटर भीतर तक भेज दिया।