
प्रतीकात्मक तस्वीर
लंदन:
ब्रिटेन का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) 2021 जनगणना प्रपत्र पर सिख और कश्मीरी जातीय समूहों के लिए अलग से खाने बनाने पर विचार कर रहा है. ओएनएस के एक प्रवक्ता ने कहा, ''हमें अभी बहुत लंबा सफर तय करना है क्योंकि यह सुनिश्चित करने के लिए काफी अनुसंधान की जरूरत है कि प्रति 10 वर्ष पर होने वाली जनगणना सही सूचना एकत्रित करे. जातीयता इस अनुसंधान का केवल एक पहलू है और सिख एवं कश्मीरी हमें प्राप्त कई अनुरोधों में शामिल हैं.''
2001 जनगणना में डाले गए वैकल्पिक धार्मिक सवाल में सिखों को पहले से ही एक अलग धर्म के तौर पर पहचान मिली हुई है.
ब्रिटेन में सिख समूह ब्रिटिश सिखों के लिए वर्षों से अलग श्रेणी की मांग करते रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि अनुसंधान जनगणना प्रश्नावली के लिए इस सप्ताह शुरू किए गए अनुसंधान से ऐसा परिवर्तन संभव होगा.
कश्मीरियों के लिए मानचेस्टर सिटी काउंसिल ने विचार व्यक्त किया कि ऐसी श्रेणी जोड़ने से इस समुदाय के लिए सेवाओं का मानदंड बनाने में मदद मिलेगी.
2001 जनगणना में डाले गए वैकल्पिक धार्मिक सवाल में सिखों को पहले से ही एक अलग धर्म के तौर पर पहचान मिली हुई है.
ब्रिटेन में सिख समूह ब्रिटिश सिखों के लिए वर्षों से अलग श्रेणी की मांग करते रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि अनुसंधान जनगणना प्रश्नावली के लिए इस सप्ताह शुरू किए गए अनुसंधान से ऐसा परिवर्तन संभव होगा.
कश्मीरियों के लिए मानचेस्टर सिटी काउंसिल ने विचार व्यक्त किया कि ऐसी श्रेणी जोड़ने से इस समुदाय के लिए सेवाओं का मानदंड बनाने में मदद मिलेगी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं