प्रतीकात्मक फोटो.
वाशिंगटन:
अमेरिका में सिख समुदाय के नेताओं का कहना है कि देश में होने वाले घृणा अपराधों का सबसे ज्यादा निशाना बनने वाले समुदायों में से एक हैं सिख. विस्कोन्सिन शहर में स्थित गुरुद्वारा में पांच साल पहले श्वेत नस्लवादी द्वारा की गई गोलीबारी में मारे गए छह सिखों को याद करते हुए समुदाय ने उक्त बात कही.
देश भर के प्रतिष्ठित सिख-अमेरिकी नागरिकों, सांसदों, सरकारी अधिकारियों और स्थानीय नेताओं ने क्रूर हत्याकांड की पांचवीं बरसी पर आयोजित प्रार्थना सभा में भाग लिया.
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सिख पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के प्रमुख गुरीन्दर खालसा का कहना है, ‘‘हमने देश भर में गुरुद्वारा साहिब को सुरक्षित रखने के अभूतपूर्व प्रयास किए हैं, और सभी प्रकार के एहतियाती कदम उठाए हैं. लेकिन अमेरिकी स्कूलों में घृणा अपराधों और नस्ली भेदभाव के शिकार लोगों में सिख बहुत ज्यादा हैं. हाल के वर्षों में हमले कई गुना बढ़ गए हैं.’’
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लोगों को संबोधित करते हुए विस्कोन्सिन गुरुद्वारे के ग्रंथी ने कहा, ‘‘घृणा का कोई रंग नहीं होता है. घृणा का कोई चेहरा नहीं होता. फिर भी हमने पांच साल पहले घृणा को देखा.’’ कल आयोजित इस प्रार्थना सभा में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
देश भर के प्रतिष्ठित सिख-अमेरिकी नागरिकों, सांसदों, सरकारी अधिकारियों और स्थानीय नेताओं ने क्रूर हत्याकांड की पांचवीं बरसी पर आयोजित प्रार्थना सभा में भाग लिया.
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सिख पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के प्रमुख गुरीन्दर खालसा का कहना है, ‘‘हमने देश भर में गुरुद्वारा साहिब को सुरक्षित रखने के अभूतपूर्व प्रयास किए हैं, और सभी प्रकार के एहतियाती कदम उठाए हैं. लेकिन अमेरिकी स्कूलों में घृणा अपराधों और नस्ली भेदभाव के शिकार लोगों में सिख बहुत ज्यादा हैं. हाल के वर्षों में हमले कई गुना बढ़ गए हैं.’’
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लोगों को संबोधित करते हुए विस्कोन्सिन गुरुद्वारे के ग्रंथी ने कहा, ‘‘घृणा का कोई रंग नहीं होता है. घृणा का कोई चेहरा नहीं होता. फिर भी हमने पांच साल पहले घृणा को देखा.’’ कल आयोजित इस प्रार्थना सभा में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया.
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