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यूक्रेन पर रूस ने किया 3 सालों में सबसे बड़ा ड्रोन हमला, पोलैंड बॉर्डर पर तैनात हो गए NATO के फाइटर विमान

Russia-Ukraine War: रूसी रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उसके बलों ने यूक्रेनी हवाई अड्डों को निशाना बनाया, "सभी निर्दिष्ट लक्ष्यों को निशाना बनाया गया है."

यूक्रेन पर रूस ने किया 3 सालों में सबसे बड़ा ड्रोन हमला, पोलैंड बॉर्डर पर तैनात हो गए NATO के फाइटर विमान
नाटो के सदस्य पोलैंड ने हमले के बीच अपने लड़ाकू विमानों को तैनात किया
  • रूस ने यूक्रेन पर 700 से अधिक ड्रोन और 13 मिसाइलों के साथ अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है, जिसमें विभिन्न प्रकार के 728 ड्रोन शामिल थे.
  • यूक्रेनी सेना ने इंटरसेप्टर ड्रोन और मोबाइल फायर ग्रुप का उपयोग कर अधिकांश रूसी ड्रोन और टारगेट को मार गिराया है.
  • रूस के इस हमले का उद्देश्य यूक्रेन की हवाई सुरक्षा कमजोर करना और पश्चिमी हथियारों की सप्लाई को बाधित करना था.
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Russia-Ukraine War:  रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 3 साल से जंग जारी है और शांति का दूर-दूर तक कोई नामों निशान नजर नहीं आ रहा है. रूस ने 700 से अधिक ड्रोन लॉन्च करके यूक्रेन पर अपना अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है. इसके बाद नाटो के जेट विमानों को पोलिश हवाई क्षेत्र में तैनात होने के लिए मजबूर होना पड़ा. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि इस बड़े पैमाने पर रूसी हमले में "विभिन्न प्रकार के 728 ड्रोन शामिल थे, जिनमें 300 से अधिक Shahed ड्रोन और 13 मिसाइलें शामिल थीं."

उन्होंने कहा, "ज्यादातर टारगेट को मार गिराया गया. हमने इंटरसेप्टर ड्रोन का इस्तेमाल किया- दुश्मन के दर्जनों टारगेट्स को मार गिराया, और हम इस तकनीक को बढ़ा रहे हैं. मोबाइल फायर ग्रुप भी सक्रिय थे - उन्होंने दर्जनों को मार गिराया. मैं अपने सभी योद्धाओं को उनकी सटीकता के लिए धन्यवाद देता हूं."

यूक्रेनी अधिकारियों ने बुधवार (स्थानीय समयानुसार) को कहा कि रूस के लेटेस्ट हमले ने तीन साल के युद्ध में पिछले सभी हवाई और जमीनी हमलों को पीछे छोड़ दिया है. रूस ने हाल ही में बड़े हमले करके यूक्रेन की हवाई सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश की है जिसमें डिकोय ड्रोन की बढ़ती संख्या शामिल है. सबसे हालिया का उद्देश्य यूक्रेन को पश्चिमी हथियारों की महत्वपूर्ण सप्लाई को बाधित करना था.

लुत्स्क शहर यूक्रेनी सेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले एयरफिल्ड्स का घर है, और हमले में सबसे बुरी तरह यही प्रभावित हुआ है. यह पश्चिमी यूक्रेन में पोलैंड के साथ सीमा के पास स्थित है, एक ऐसा क्षेत्र जो विदेशी सैन्य सहायता प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है.

नाटो ने फाइटर जेट्स को किया तैनात

पोलिश सशस्त्र बल ऑपरेशनल कमांड ने एक एक्स पोस्ट में लिखा, नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) के सदस्य पोलैंड ने हमले के जवाब में अपने लड़ाकू विमानों को तैनात किया और अपने सशस्त्र बलों को उच्चतम स्तर के अलर्ट पर रखा. लुत्स्क के अलावा, यूक्रेन के 10 और क्षेत्र प्रभावित हुए हैं. अधिकारियों ने कहा कि ख्मेलनित्सकी क्षेत्र में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कीव क्षेत्र में दो घायल हो गए.

रूसी रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उसके बलों ने यूक्रेनी हवाई अड्डों को निशाना बनाया, "सभी निर्दिष्ट लक्ष्यों को निशाना बनाया गया है."

अमेरिका कर रहा शांति समझौते की कोशिश लेकिन कोई सफलता नहीं

यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब महत्वपूर्ण अमेरिकी हथियारों की आपूर्ति यूक्रेन को फिर से होने लगी है. वाशिंगटन द्वारा कीव को महत्वपूर्ण हथियारों की आपूर्ति रोकने के कुछ ही दिनों बाद सोमवार को ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका अब यूक्रेन को और हथियार भेजेगा. दो अमेरिकी अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि बुधवार को, अमेरिका ने कुछ हथियारों की डिलीवरी फिर से शुरू कर दी.

दूसरी तरफ अमेरिका के नेतृत्व वाले शांति प्रयास रुक गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से "खुश नहीं" हैं. ट्रंप के पदभार संभालने और समझौते पर जोर देने के बाद भी पुतिन युद्धविराम के लिए अपने शर्तों से पीछे नहीं हटे हैं.

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