यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि विद्रोही मलेशिया के एमएच-17 विमान हादसे वाले स्थान पर सबूत मिटाने का काम रहे हैं और रूस इन विद्रोहियों की मदद कर रहा है।
इस बीच मलेशिया के जांच अधिकारी कीव पहुंच गए हैं और वह विमान जहां गिरा था, वहां पहुंचने के प्रयास में हैं। मलेशियाई जांच विशेषज्ञ कीव पहुंच गए हैं और वह इसकी तह तक जाना चाहते हैं कि आखिर जेटलाइनर के साथ हुआ क्या था।
मलेशिया के विमान एमएच-17 को मार गिराया गया था, जिससे उसमें सवार 298 यात्रियों की मौत हो गई। इस घटना को लेकर पूरी दुनिया में शोक और गुस्सा है। यूक्रेन की सरकार ने एक वक्तव्य में कहा है, यूक्रेन सरकार आधिकारिक तौर पर घोषणा करती है कि रूस की मदद से आतंकवादी इस अंतरराष्ट्रीय अपराध की घटना के सबूत मिटाने का प्रयास कर रहे हैं।
यूक्रेन सरकार ने शिकायत की है कि आतंकवादी 38 शवों को विद्रोहियों के कब्जे वाले शहर डोनेत्सक स्थित शवगृह ले गए हैं। उसने कहा है कि विद्रोही विमान के मलबे को रूस ले जाने का भी प्रयास कर रहे हैं। मलेशियाई एयरलाइंस का बोइंग 777 विमान एमस्टरडम से कुआलालंपुर की उड़ान पर था।
विमान लुहांस्क क्षेत्र के क्रेसनी लुच और इसके पड़ोस में स्थित डोनेत्सक क्षेत्र के शक्तास्र्क में गिरा। माना जा रहा है कि जमीन से दागी गई मिसाइल टकराने से एमएच17 विमान विस्फोट के साथ टुकड़े-टुकड़े हो गया। यह मिसाइल विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके से छोड़ी गई। विमान में सवार सभी 298 यात्री मारे गए।
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