प्रतीकात्मक फोटो
लंदन:
जर्मनी के हेमबर्ग स्थित फेसबुक कार्यालय में 15-20 लोगों के एक समूह ने तोड़फोड़ की। उन्होंने कार्यालय की इमारत के प्रवेश द्वार पर कांच के शीशे तोड़ दिए और पेंट तथा स्प्रे से 'फेसबुक डिस्लाइक' लिख दिया। ब्रिटेन के समाचार पत्र 'गार्डियन' की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी जर्मनी के इस शहर की पुलिस ने एक बयान में कहा कि फेसबुक कार्यालय में तोड़फोड़ करने वाले काले कपड़े पहने हुए थे।
फेसबुक के यूरोपीय प्रमुख पर सोशल नेटवर्किं ग साइट से नस्लीय टिप्पणियों को हटाने में कथित तौर पर विफल रहने का आरोप है। इस मामले में उनके खिलाफ जांच चल रही है। रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे में जबकि देश शरणार्थियों की संख्या से जूझ रहा है, फेसबुक पर नस्लीय टिप्पणियों ने यहां नेताओं और अन्य हस्तियों को चिंतित कर रखा है।
फेसबुक के प्रवक्ता के अनुसार कि हम कह सकते हैं कि आरोपों में दम नहीं है। फेसबुक या इसके कर्मचारियों ने जर्मनी के किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह नस्लभेद के खिलाफ की जाने वाली टिप्पणियों को प्रोत्साहित करेगा और नस्लीय टिप्पणियों पर निगरानी बढ़ाएगा। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
फेसबुक के यूरोपीय प्रमुख पर सोशल नेटवर्किं ग साइट से नस्लीय टिप्पणियों को हटाने में कथित तौर पर विफल रहने का आरोप है। इस मामले में उनके खिलाफ जांच चल रही है। रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे में जबकि देश शरणार्थियों की संख्या से जूझ रहा है, फेसबुक पर नस्लीय टिप्पणियों ने यहां नेताओं और अन्य हस्तियों को चिंतित कर रखा है।
फेसबुक के प्रवक्ता के अनुसार कि हम कह सकते हैं कि आरोपों में दम नहीं है। फेसबुक या इसके कर्मचारियों ने जर्मनी के किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह नस्लभेद के खिलाफ की जाने वाली टिप्पणियों को प्रोत्साहित करेगा और नस्लीय टिप्पणियों पर निगरानी बढ़ाएगा। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं