गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 2011 में जापान में आई भयंकर सुनामी के दौरान सबसे ज्यादा तबाह हुए शहरों में एक ओनगावा का आज दौरा किया।
2011 में जापान में भूकंप और सुनामी आने के बाद इसी इलाके में मार्च- अप्रैल में नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्ट के 46 अधिकारियों और जवानों को राहत और बचाव के काम के लिए तैनात किया गया था। ये एनडीआरएफ का पहला अंतरराष्ट्रीय मिशन था।
ओनगावा के मेयर योशिआकी सुडा ने राजनाथ सिंह को सुनामी प्रभावित इलाकों का दौरा कराया और सुनामी के बाद इलाके के पुनर्गठन और लोगों को फिर से बसाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।
ओनगावा के मेयर ने राहत और बचाव के काम में एनडीआरएफ के जवानों की सराहना की और उन्हें एक 'एम्पावरिंग फोर्स' बताया।
इस शहर में 2011 की सुनामी के दौरान 800 से ज्यादा लोग मारे गए थे। ओनगावा परमाणु प्लांट को बंद करना पड़ा था।
मेयर ने राजनाथ सिंह को ओनगाव के इनोची नो शेकिही का भी दौरा कराया। यह वह स्थान जो सुनामी में जान गंवाने वालों की याद में बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि राजनाथ सिंह इन दिनों डिजास्टर रिस्क रिडक्शन पर यूएन की कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए जापान के सेनदाई में हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं