अमेरिका में कभी काफी मशहूर रहे एवं गोल्डमैन साक्श के पूर्व निदेशक रजत गुप्ता ने अपनी दो साल की सजा काटनी शुरू कर दी है। अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़े भेदिया कारोबार योजनाओं में शामिल एक मामले से अपना नाम हटाने के लिए कानूनी लड़ाई में नाकाम रहने के बाद उन्हें जेल जाना पड़ा है।
गुप्ता (65) को कभी वॉल स्ट्रीट में सबसे कद्दावर और प्रभावशाली भारतीय मूल का अमेरिकी माना जाता था। उन्होंने मैसाचुसेट्स के एयर स्थित संघीय मेडिकल सेंटर डेवेंस के कम सुरक्षा वाले एक सैटेलाइट कैम्प में अपनी सजा काटनी शुरू की है।
दिलचस्प है कि गुप्ता का कैम्प जहां फिलहाल 132 कैदी हैं, वह मेडिकल सेंटर के सामने है। उनके कभी दोस्त रहे एवं कारोबारी सहयोगी हेज फंड संस्थापक राज राजरत्नम वहां 11 साल की कैद की सजा काट रहे हैं। उन्हें बड़े पैमाने पर भेदिया कारोबार योजना चलाने को लेकर यह सजा मिली थी।
आईआईटी दिल्ली और हावर्ड के छात्र रहे गुप्ता जेल पहुंचे और उनकी नियमित मेडिकल जांच की गई। मेडिकल जांच पूरी होने में एक दिन का वक्त लगेगा, जिसके बाद गुप्ता को सैटेलाइट कैम्प में रखा जाएगा।
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