अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और निक्की हेली.
वाशिंगटन:
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने व्हाइट हाउस से अलग रुख अपनाते हुए कहा है कि जिन महिलाओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर यौन दुराचार का आरोप लगाया है, उनका पक्ष सुना जाना चाहिए. ट्रंप वीडियो में महिलाओं से छेड़छाड़ करने पर शेखी बघारते हुए नजर आने पर यौन दुराचार के दर्जन से भी अधिक आरोपों से घिर गए हैं, लेकिन उन्होंने और राष्ट्रपति निवास व्हाइट हाउस ने इन आरोपों को खारिज किया है.
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भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हेल्ली से सीबीएस के 'फेस द नेशन' कार्यक्रम में जब यह पूछा गया कि ट्रंप पर आरोप लगाने वाली महिलाओं का कैसे मूल्यांकन किया जाना चाहिए तब उन्होंने कहा, जो महिलाएं किसी भी व्यक्ति पर आरोप लगाती हैं, उनकी बात सुनी जानी चाहिए. उनका पक्ष सुना जाना चाहिए और मामले से निबटा जाना चाहिए. व्हाइट हाउस का आधिकारिक रुख यह रहा है कि ट्रंप की चुनावी जीत के बाद आरोपों पर कुछ नहीं हो सकता.
VIDEO : ‘अमेरिका फर्स्ट’ होगा मूलमंत्र : ट्रंप
हेली ने कहा, मैं समझती हूं कि हमने चुनाव से पहले भी इन आरोपों को सुना. मैं मानती हूं कि जिस किसी महिला ने महसूस किया है कि उसके मानवाधिकार का उल्लंघन हुआ, उसके साथ किसी भी तरह गलत बर्ताव किया गया. उसे बोलने का पूरा हक है. जब उनसे कहा गया कि क्या मतदान का मतलब मुद्दा खत्म हो गया होता है, हेल्ली ने कहा, 'यह लोगों को तय करना है. मैं जानती हूं कि वह निर्वाचित हैं लेकिन महिलाओं को आगे आने में झिझकना नहीं चाहिए और हमें उनकी बात सुननी चाहिए.'
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हेली ने कहा, मैं समझती हूं कि हमने चुनाव से पहले भी इन आरोपों को सुना. मैं मानती हूं कि जिस किसी महिला ने महसूस किया है कि उसके मानवाधिकार का उल्लंघन हुआ, उसके साथ किसी भी तरह गलत बर्ताव किया गया. उसे बोलने का पूरा हक है. जब उनसे कहा गया कि क्या मतदान का मतलब मुद्दा खत्म हो गया होता है, हेल्ली ने कहा, 'यह लोगों को तय करना है. मैं जानती हूं कि वह निर्वाचित हैं लेकिन महिलाओं को आगे आने में झिझकना नहीं चाहिए और हमें उनकी बात सुननी चाहिए.'
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