काठमांडू:
भारत पर नेपाल के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का अक्सर आरोप लगाने वाले वहां की सत्तारूढ़ माओवादी पार्टी के सुप्रीमो प्रचंड ने वर्ष 2006 की स्थगित शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए भारत की मदद की मांग की। पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि यदि भारत शांति प्रक्रिया को पूरा करने और नए संविधान का मसौदा तैयार करने के दोहरे कार्य को पूरा करने में सकारात्मक भूमिका निभाता है तो उनकी पार्टी उसके प्रति आभारी रहेगी। यूसीपीएन माओवादी के अध्यक्ष ने नवंबर, 2005 में माओवादियों और देश के सात प्रमुख दलों के बीच 12 सूत्री समझौता कराने में भारत की भूमिका को सराहा और कहा कि उनकी पार्टी शांति प्रक्रिया के समापन एवं नए संविधान का मसौदा बनाने की दिशा में माओवादी की अगुवाई वाले गठबंधन द्वारा प्रयास शुरू करने से पहले ऐसे ही सहयोग की उम्मीद करती है।