गूगल मुख्यालय में पीएम मोदी का स्वागत करते सुंदर पिचई
सैन होजे:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेसबुक गूगल परिसर का दौरा किया और कहा कि एक समय आएगा जब इंटरनेट और टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल होगा और इससे आम लोगों की जिंदगी में गुणात्मक बदलाव आएंगे। पीएम मोदी को गूगल मुख्यालय में कुछ आधुनिकतम प्रोडक्ट दिखाए गए और कंपनी द्वारा किए गए रिसर्च कामों से रूबरू कराया गया।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, कभी-कभी मैं मजाक में कहता हूं कि प्रौद्योगिकी का जन्म समय, मानव श्रम और कागज बचाने के लिए हुआ। लेकिन हुआ इसका उल्टा। आज लोग सबसे ज्यादा समय इसी में बिताते हैं। शिशु जब दूध मांगता है तो मां कहती है कि ठहरो मुझे एक व्हाटसएप्प करना है। उन्होंने कहा, लेकिन समय आएगा जब इसका (इंटरनेट व प्रौद्योगिकी) का सही इस्तेमाल होगा और यह जिंदगी में गुणात्मक बदलाव लाएगा और मैं यह साफ तौर पर देख रहा हूं।
उन्होंने कहा, टेक्नोलॉजी लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ी ताकत बन गई है। उन्होंने बताया, भारतीय रेलवे, गूगल से मिलकर 500 स्टेशनों पर हाइस्पीड इंटरनेट सेवा देने जा रहा है। उन्होंने कहा, इस प्रौद्योगिकी का बहुत लाभ हुआ है। मुझे उसका बहुत फायदा मिला है। नरेंद्र मोदी एप्प से लगातार संदेश और सुझाव मिलते हैं। यह लोकतंत्र के लिए एक बहुत बड़ी ताकत बन गया है।
इस अवसर पर गूगल कर्मचारियों द्वारा महिला सुरक्षा सहित विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए 15 घंटों की लगातार मेहनत से तैयार 55 एप्प की जानकारी भी प्रधानमंत्री मोदी को दी गई। पीएम मोदी ने कहा- इस तरह की संस्कृति भारतीय शहरों में भी विकसित होनी चाहिए, ताकि युवा दिन-रात मेहनत कर आम आदमी की समस्याओं के समाधान ढूंढ सके। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि आपने जो मेहनत की है, हमारी सरकार समस्याओं के समाधान के लिए उनका उपयोग करेगी।
गूगल मुख्यालय में जब प्रधानमंत्री मोदी को गूगल अर्थ की झलक दिखायी गई तो उन्होंने इस पर खगौल के बारे में पूछा। खगौल पटना के समीप एक स्थान है, जहां महान प्राचीन खगोलशास्त्री आर्यभट्ट की वेधशाला थी। पिचई ने मोदी को स्ट्रीट व्यू और गूगल अर्थ के नेवीगेशन, सुरक्षा और अन्य बातों की जानकारी दी। समीप के फेसबुक मुख्यालय से गूगल पहुंचने पर पीएम मोदी ने कहा, यह 'गूगल गुरु' की यात्रा है। पीएम मोदी को इस दौरान चार महत्वपूर्ण परियोजनाएं दिखाई गईं और 'डिजिटल इंडिया' अभियान में उनके महत्व को रेखांकित किया गया। पीएम को एक अन्य परियोजना भी दिखायी गई, जिसका नाम प्रोजेक्ट आइरिश था। यह एक छोटा लेंस है, जो ग्लूकोज के स्तर को मापता है।
इस अवसर पर गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा कि गूगल ने भारतीय रेल के साथ गठजोड़ किया है, जिसके तहत 100 सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों पर हाइस्पीड इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। अगले साल के आखिर तक 400 और स्टेशनों पर यह सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, कभी-कभी मैं मजाक में कहता हूं कि प्रौद्योगिकी का जन्म समय, मानव श्रम और कागज बचाने के लिए हुआ। लेकिन हुआ इसका उल्टा। आज लोग सबसे ज्यादा समय इसी में बिताते हैं। शिशु जब दूध मांगता है तो मां कहती है कि ठहरो मुझे एक व्हाटसएप्प करना है। उन्होंने कहा, लेकिन समय आएगा जब इसका (इंटरनेट व प्रौद्योगिकी) का सही इस्तेमाल होगा और यह जिंदगी में गुणात्मक बदलाव लाएगा और मैं यह साफ तौर पर देख रहा हूं।
उन्होंने कहा, टेक्नोलॉजी लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ी ताकत बन गई है। उन्होंने बताया, भारतीय रेलवे, गूगल से मिलकर 500 स्टेशनों पर हाइस्पीड इंटरनेट सेवा देने जा रहा है। उन्होंने कहा, इस प्रौद्योगिकी का बहुत लाभ हुआ है। मुझे उसका बहुत फायदा मिला है। नरेंद्र मोदी एप्प से लगातार संदेश और सुझाव मिलते हैं। यह लोकतंत्र के लिए एक बहुत बड़ी ताकत बन गया है।
इस अवसर पर गूगल कर्मचारियों द्वारा महिला सुरक्षा सहित विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए 15 घंटों की लगातार मेहनत से तैयार 55 एप्प की जानकारी भी प्रधानमंत्री मोदी को दी गई। पीएम मोदी ने कहा- इस तरह की संस्कृति भारतीय शहरों में भी विकसित होनी चाहिए, ताकि युवा दिन-रात मेहनत कर आम आदमी की समस्याओं के समाधान ढूंढ सके। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि आपने जो मेहनत की है, हमारी सरकार समस्याओं के समाधान के लिए उनका उपयोग करेगी।
गूगल मुख्यालय में जब प्रधानमंत्री मोदी को गूगल अर्थ की झलक दिखायी गई तो उन्होंने इस पर खगौल के बारे में पूछा। खगौल पटना के समीप एक स्थान है, जहां महान प्राचीन खगोलशास्त्री आर्यभट्ट की वेधशाला थी। पिचई ने मोदी को स्ट्रीट व्यू और गूगल अर्थ के नेवीगेशन, सुरक्षा और अन्य बातों की जानकारी दी। समीप के फेसबुक मुख्यालय से गूगल पहुंचने पर पीएम मोदी ने कहा, यह 'गूगल गुरु' की यात्रा है। पीएम मोदी को इस दौरान चार महत्वपूर्ण परियोजनाएं दिखाई गईं और 'डिजिटल इंडिया' अभियान में उनके महत्व को रेखांकित किया गया। पीएम को एक अन्य परियोजना भी दिखायी गई, जिसका नाम प्रोजेक्ट आइरिश था। यह एक छोटा लेंस है, जो ग्लूकोज के स्तर को मापता है।
इस अवसर पर गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा कि गूगल ने भारतीय रेल के साथ गठजोड़ किया है, जिसके तहत 100 सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों पर हाइस्पीड इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। अगले साल के आखिर तक 400 और स्टेशनों पर यह सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
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