रूस में पीएम नरेंद्र मोदी ने द्वितीय विश्व युद्ध के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
सेंट पीटर्सबर्ग:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों के दौरे पर हैं जर्मनी, स्पेन के बाद अब वह रूस पहुंचे हैं. वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से वह मुलाकात करेंगे. इस यात्रा को भारत के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट कुडनकुलम के लिहाज़ से काफ़ी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
पीएम मोदी ने आज सेंट पीटर्सबर्ग में द्वितीय विश्व युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. द्वितीय विश्व युद्ध में लेनिनग्राद पर हमले के दौरान शहीद हुए करीब पांच लाख सैनिकों की स्मृति में इसे बनाया गया.आज वह व्लादिमिर पुतिन के साथ 18वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे. इसके अगले दिन सेंट पीटर्सबर्ग में ही पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच में शामिल होंगे. जहां भारत फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बात कर सकता है.
इस दौरान भारत और रूस के बीच ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र में कुछ समझौते भी हो सकते हैं. सबकी निगाहें भारत के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा प्लांट तमिलनाडु के कुडनकुलम की अंतिम दो इकाइयों के लिए रूस की मदद से जुड़े करार पर हैं. पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले कुछ समय में भारत और रूस के संबंधों में गर्मजोशी की कमी देखने को मिली ऐसे में ये मुलाकात अहम मानी जा रही है.
रूस के बाद फ्रांस के लिए होंगे रवाना 2 जून को मोदी यात्रा के आखिरी पड़ाव के लिए फ्रांस रवाना होंगे. यहां पेरिस में फ्रांस के नए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से चर्चा करेंगे. इस दौरान दोनों देशों का स्ट्रैटजिक रिलेशन मजबूत होने की उम्मीद है। दोनों देश आतंकवाद से पीड़ित हैं.इसलिए बातचीत में यह अहम मुद्दा हो सकता है.
पीएम मोदी ने आज सेंट पीटर्सबर्ग में द्वितीय विश्व युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. द्वितीय विश्व युद्ध में लेनिनग्राद पर हमले के दौरान शहीद हुए करीब पांच लाख सैनिकों की स्मृति में इसे बनाया गया.आज वह व्लादिमिर पुतिन के साथ 18वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे. इसके अगले दिन सेंट पीटर्सबर्ग में ही पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच में शामिल होंगे. जहां भारत फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बात कर सकता है.
इस दौरान भारत और रूस के बीच ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र में कुछ समझौते भी हो सकते हैं. सबकी निगाहें भारत के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा प्लांट तमिलनाडु के कुडनकुलम की अंतिम दो इकाइयों के लिए रूस की मदद से जुड़े करार पर हैं. पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले कुछ समय में भारत और रूस के संबंधों में गर्मजोशी की कमी देखने को मिली ऐसे में ये मुलाकात अहम मानी जा रही है.
रूस के बाद फ्रांस के लिए होंगे रवाना 2 जून को मोदी यात्रा के आखिरी पड़ाव के लिए फ्रांस रवाना होंगे. यहां पेरिस में फ्रांस के नए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से चर्चा करेंगे. इस दौरान दोनों देशों का स्ट्रैटजिक रिलेशन मजबूत होने की उम्मीद है। दोनों देश आतंकवाद से पीड़ित हैं.इसलिए बातचीत में यह अहम मुद्दा हो सकता है.
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