- PM मोदी का जॉर्डन की राजधानी अम्मान में भारतीय समुदाय ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया
- जॉर्डन में 17,500 से अधिक भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो कपड़ा, निर्माण और विनिर्माण क्षेत्रों में कार्यरत हैं
- मोदी की जॉर्डन यात्रा 37 वर्षों बाद दो देशों के बीच पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचे तो भारतीय समुदाय ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. भारतीय झंडे लिए और "मोदी मोदी" के साथ "भारत माता की जय" के नारे लगाते हुए बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग पीएम मोदी के स्वागत को लेकर काफी उत्साहित थे. बच्चों को देखकर पीएम मोदी भी बच्चे की तरह उनके साथ खेलते नजर आए. इस दौरान प्रधानमंत्री के स्वागत में नृत्य का भी आयोजन किया गया था.

18 सालों से जॉर्डन में रहने वाले शंकर ने कहा कि हमारा अनुभव बहुत अच्छा रहा है. वह जॉर्डन आए हैं तो दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे. दीपक नाम के भारतीय ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि पीएम मोदी महज 30 सेकंड के लिए हमारे सामने थे, और यही 30 सेकंड जिंदगीभर के लिए यादगार बन गए हैं.

सोने का कारोबार करने वाले मोहन ने कहा कि मैं 35 सालों से यहां रह रहा हूं. इसके बाद मैंने भारतीय लोगों के लिए संस्था बनाई. हम सभी भारतीयों को परिवार की तरह एकत्रित करते हैं और सबकी मदद करते हैं. सारे त्योहार एक साथ मनाते हैं. यहां सुरक्षा है.

गुजरात की रहने वाली कोमल चौधरी ने कहा कि मैं गुजरात की रहने वाली हूं. गुजरात में उन्हें कई बार देखा है, लेकिन इतने करीब से मैंने उन्हें कभी नहीं देखा. बहुत मुश्किल है, भावनाओं को शब्दों में बता पाना, यह जिंदगी में एक बार मिलने वाले अनुभव जैसा है. यह मेरा सपना था कि मैं उनसे मुलाकात कर सकूं. मैं बहुत उत्सुक थी.

दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का एक विशेष संकेत देते हुए, जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन ने हवाई अड्डे पर मोदी की गर्मजोशी से अगवानी की और फिर उनका रस्मी स्वागत किया गया. जॉर्डन की यह पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा 37 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है और ऐसे वक्त हो रही है, जब दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75 वर्ष हो रहे हैं. मोदी के तीन देशों के चार दिवसीय दौरे का पहला पड़ाव जॉर्डन है. इसके बाद वह इथियोपिया और ओमान भी जाएंगे.

भारत और जॉर्डन के बीच मजबूत आर्थिक संबंध हैं, और दिल्ली अम्मान का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर है. जॉर्डन भारत को उर्वरकों, विशेष रूप से फॉस्फेट और पोटाश का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता भी है. इस अरब देश में 17,500 से अधिक भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो कपड़ा, निर्माण और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां हुसैनिया पैलेस में जॉर्डन के किंग शाह अब्दुल्ला द्वितीय इब्न अल हुसैन से मुलाकात की. किंग ने पीएम मोदी को गले लगाकर स्वागत किया और द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय हितों के मुद्दों पर चर्चा की. मोदी शाह अब्दुल्ला द्वितीय के आमंत्रण पर जॉर्डन की दो दिन की यात्रा पर यहां पहुंचे.
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