
- पेरू में जारी Gen Z युवाओं के प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी की गोली लगने से मौत हुई और जांच जारी है.
- प्रदर्शनकारियों ने बेहतर पेंशन, सैलरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ राष्ट्रपति जोस जेरी के इस्तीफे की मांग की है.
- प्रदर्शन में करीब सौ लोग घायल हुए जिनमें पुलिस अधिकारी और पत्रकार भी शामिल हैं, हिंसा की घटनाएं हुईं.
नेपाल और मेडागास्कर के बाद अब लैटिन अमेरिकी देश पेरू Gen Z प्रदर्शन की आग में झुलस रहा है. देश के नए राष्ट्रपति जोस जेरी ने गुरुवार को इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया. देश में जारी विरोध प्रदर्शनों में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है. देश में Gen Z लगातार राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शन में करीब 100 लोग घायल हुए हैं. इनमें 80 पुलिस अधिकारी और 10 पत्रकार भी शामिल हैं. अधिकारियों की मानें तो प्रदर्शनकारियों की गोली लगने से हुई मौत की जांच की जा रही है.
क्यों हो रहे हैं प्रदर्शन
जेरी ने पेरू की संसद का दौरा करने के बाद स्थानीय प्रेस से कहा, 'मेरी जिम्मेदारी देश की स्थिरता बनाए रखना है औ यही मेरी प्रतिबद्धता भी है.' उन्होंने कहा कि वह अपराध से निपटने के लिए विशेष अधिकार मांगेंगे. प्रदर्शन एक महीने पहले शुरू हुआ था और इस प्रदर्शन में युवाओं की मांग बेहतर पेंशन और सैलरी है. बाद में यह प्रदर्शन उन समस्याओं को भी उजागर करने लगा जिनसे देश के लोग आजिज आ चुके हैं जैसे अपराध, भ्रष्टाचार और दशकों की निराशा. जेरी पिछले एक दशक में देश के सातवें राष्ट्रपति हैं. उनके शपथ ग्रहण के बाद प्रदर्शनकारियों ने उनसे और अन्य सांसदों से इस्तीफा देने की मांग की.
हिंसक हुए प्रदर्शन
पेरू के प्रॉसिक्यूशन ऑफिस ने गुरुवार को 32 साल के प्रदर्शनकारी और हिप-हॉप गायक एडुआर्डो रूइज की हत्या की जांच शुरू की. बताया जा रहा है कि उन्हें प्रदर्शन के दौरान गोली मारी गई है. ओम्बड्समैन ऑफिस के अनुसार, प्रदर्शन में कम से कम 24 प्रदर्शनकारी और 80 पुलिस अधिकारी घायल हुए. नेशनल एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट्स के अनुसार छह पत्रकारों को गोलियों से चोटें आई और बाकी चार पुलिस के हमले में घायल हैं. राष्ट्रपति जेरी ने प्रदर्शनकारी की मौत पर दुख जताया है.
ग्लोबल ट्रेंड बने Gen Z
पेरू में प्रदर्शन उसी ग्लोबल ट्रेंड का हिस्सा हैं जिसमें युवाओं की नाराजगी और सरकारों के खिलाफ असंतोष प्रदर्शित किया जा रहा है. नेपाल से इसकी शुरुआत हुई तो फिलिपींस, इंडोनेशिया, केन्या, पेरू, मोरक्को और मेडागास्कर तक देश इसकी आग में झुलसने लगे हैं. पेरू की कांग्रेस ने पिछले दिनों राष्ट्रपति दीना बोलुआरटे को हटा दिया, जो प्रदर्शन दबाने और अपराध नियंत्रण में असफल रहने के कारण दुनिया की सबसे कम लोकप्रिय नेताओं में से एक मानी जाती थीं.
कौन हैं नए राष्ट्रपति
38 साल के जेरी, जो कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, ने पद संभाला और क्राइम को नियंत्रित करने का वादा किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक्टिव अल्ट्राकंजर्वेटिव पूर्व न्यायाधीश अर्नेस्टो अल्वारेज को प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई. अल्वारेज ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन पहले उन्होंने कहा था कि पेरू का Gen Z 'एक गैंग है जो लोकतंत्र को तूफान से लेना चाहता है'. उनका कहना था कि यह गैंग उन युवाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता जो पढ़ाई और काम करते हैं. जेरी और उनकी सरकार की आलोचना इसलिए भी हुई क्योंकि उन पर पहले बलात्कार के आरोप की जांच चल रही थी.
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