मलेशियाई एयरलाइंस के 239 यात्रियों के साथ लापता विमान की खोजबीन में जुटे जांचकर्ताओं ने मंगलवार को चोरी के पासपोर्टों पर विमान में यात्रा करने वाले दो लोगों में से एक की पहचान 19 वर्षीय ईरानी नागरिक के रूप में है, लेकिन साथ ही कहा है कि उसके आतंकवादियों के साथ संबंध होने की 'संभावना नहीं है।' पुलिस महानिरीक्षक खालिद अबू बाकर ने कुआलालम्पुर में बताया, 'हमने चोरी गए पासपोटरे पर यात्रा करने वाले दो लोगों में से एक की पहचान पौरिया नूर मोहम्मद मेहरदाद के रूप में की है। वह 19 साल का है और ईरानी है। हमारा मानना है कि वह ईरानी है।'
बीबीसी ने उनके बाकर के हवाले से बताया है, 'हम उसकी पृष्ठभूमि की जांच कर रहे हैं। हमने अन्य पुलिस संगठनों से भी उसके बारे में पूछताछ की है और हमारा मानना है कि वह किसी आतंकवादी समूह का सदस्य नहीं है। हमें लगता है कि वह जर्मनी जाने की कोशिश कर रहा था।' प्रशासन जर्मनी में इस ईरानी नागरिक की मां के संपर्क में है जो अपने बेटे के फ्रैंकफुर्ट पहुंचने की उम्मीद कर रही है।
मलेशियाई एयरलाइंस ने एमएच 370 विमान की जांच के दायरे को बढ़ा दिया है और प्रशासन उन दो लोगों के बारे में ट्रेवल एजेंटों से पूछताछ कर रहा है जो एक इतालवी और एक ऑस्ट्रियाई नागरिक के चोरी गए पासपोर्टों पर विमान में सवार हुए थे। साथ ही प्रशासन यह भी जांच कर रहा है कि उड़ान में चेक इन करने वाले पांच लोग विमान में सवार क्यों नहीं हुए। बीजिंग के लिए उड़ान भरने वाले बोइंग 777-200 विमान में 227 यात्री सवार थे जिनमें पांच भारतीय, एक भारतीय मूल का कनाडाई और चालक दल के 12 सदस्य भी शामिल थे।
पुलिस प्रमुख ने बताया कि उन्होंने चोरी के पासपोर्ट से यात्रा करने वाले एक अन्य यात्री के बारे में अपनी जांच को अंतिम रूप नहीं दिया है।
उन्होंने कहा, 'चोरी के पासपोर्ट पर यात्रा करने वाले दूसरे यात्री के बारे में अभी हमारी जांच चल रही है।' कानून प्रवर्तन से जुड़े एक अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि एफबीआई अपने डाटाबेस से यात्रियों के अंगूठों के निशान खंगाल रहा है।
अंगूठों के ये निशान कुआलालम्पुर में चेक इन करते समय लिए गए थे और इन्हें मलेशियाई सरकार ने दुनियाभर में खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ साझा किया है।
सीएनएन ने थाई पुलिस के हवाले से दी गयी रिपोर्ट में बताया है कि काजिम अली नामक एक ईरानी व्यक्ति ने दो लोगों को अपना मित्र बताते हुए उनके लिए एक तरफ का टिकट खरीदा था जो यूरोप अपने घर जाना चाहते थे। पुलिस ने बताया कि अली ने शुरूआत में फोन से टिकटों की बुकिंग की और अली ने खुद या किसी अन्य ने उसकी ओर से टिकटों के लिए नकद भुगतान किया।
पुलिस लेफ्टिनेंट कर्नल रछथापोंग तिया सूद ने बताया, 'हमें अली की पहचान के बारे में और जांच करनी होगी क्योंकि यहां कारोबार करते समय इस प्रकार काम करने की प्रथा है।' ट्रेवल एजेंसी के मालिक बेंजापोर्न कुरूतनेत ने द फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि उनका मानना है कि अली आतंकवाद से जुड़ा हुआ नहीं था क्योंकि उसने यूरोप के लिए सस्ते टिकट की मांग की थी और कुआलालम्पुर से बीजिंग की उड़ान के लिए विशेष रूप से नहीं कहा था।
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