तालिबान (प्रतीकात्मक फोटो)
वाशिंगटन:
अमेरिका ने गुलबुद्दीन हिकमतयार की हिज्ब-ए-इस्लामी के साथ प्रस्तावित शांति समझौते का समर्थन करते हुए तालिबान से कहा है कि वह अफगानिस्तान सरकार से सीधे शांति वार्ता करे।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कल कहा, ‘‘हम सीधी शांति वार्ता में हिस्सा लेने के आह्वान में :अफगान: राष्ट्रपति गनी के साथ हैं। उनके पास अब एक विकल्प है, और हमें उम्मीद है कि वह अब सही विकल्प चुनेंगे।’’ अफगानिस्तान और पाकिस्तान मामलों के विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि रिचर्ड ओल्सोन इस्लामाबाद में शांति वार्ता पर आयोजित चार पक्षीय बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां नतीजों पर आगे नहीं बढ़ने जा रहे हैं। लेकिन मुझे इसपर जोर देने दें कि हम शांति और सुलह-सफाई प्रक्रिया से संघर्ष खत्म करने के अफगानिस्तान सरकार के प्रयासों का समर्थन जारी रखेंगे, यह ऐसी प्रक्रिया है जिसे हमने बार बार कहा है कि यह अफगान नीत और अफगान स्वामित्व में होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिकमतयार अब भी एक नामित व्यक्ति है, लेकिन हम हिंसा का खात्मा करने की कोशिश के संदर्भ में एचआईजी के साथ वार्ता में शामिल होने के अफगानिस्तान सरकार के कदमों का स्वागत करते हैं।’’ किर्बी ने कहा, ‘‘जैसा मैं समझता हूं, ये वार्ताएं जारी हैं। यहां मुझे अंतिम प्रस्ताव की जानकारी नहीं है..लेकिन हम वार्ता के माध्यम से उनसे निबटने के राष्ट्रपति गनी और अफगानिस्तान सरकार के प्रयासों का स्वागत करते हैं। और यह स्वाभाविक ही है कि हम उम्मीद करते हैं कि यह अफगान अवाम के लिए एक बेहतर, कम हिंसक नतीजों तक ले जाएगा।’’ अमेरिका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और चीन ने अफगान तालिबान के साथ शांति वार्ता बहाल करने और गृहयुद्ध से जर्जर देश में 15 साल से जारी छापेमारी खत्म करने का एक खाका तैयार करने के लिए कल ताजा दौर की बातचीत की।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कल कहा, ‘‘हम सीधी शांति वार्ता में हिस्सा लेने के आह्वान में :अफगान: राष्ट्रपति गनी के साथ हैं। उनके पास अब एक विकल्प है, और हमें उम्मीद है कि वह अब सही विकल्प चुनेंगे।’’ अफगानिस्तान और पाकिस्तान मामलों के विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि रिचर्ड ओल्सोन इस्लामाबाद में शांति वार्ता पर आयोजित चार पक्षीय बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां नतीजों पर आगे नहीं बढ़ने जा रहे हैं। लेकिन मुझे इसपर जोर देने दें कि हम शांति और सुलह-सफाई प्रक्रिया से संघर्ष खत्म करने के अफगानिस्तान सरकार के प्रयासों का समर्थन जारी रखेंगे, यह ऐसी प्रक्रिया है जिसे हमने बार बार कहा है कि यह अफगान नीत और अफगान स्वामित्व में होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिकमतयार अब भी एक नामित व्यक्ति है, लेकिन हम हिंसा का खात्मा करने की कोशिश के संदर्भ में एचआईजी के साथ वार्ता में शामिल होने के अफगानिस्तान सरकार के कदमों का स्वागत करते हैं।’’ किर्बी ने कहा, ‘‘जैसा मैं समझता हूं, ये वार्ताएं जारी हैं। यहां मुझे अंतिम प्रस्ताव की जानकारी नहीं है..लेकिन हम वार्ता के माध्यम से उनसे निबटने के राष्ट्रपति गनी और अफगानिस्तान सरकार के प्रयासों का स्वागत करते हैं। और यह स्वाभाविक ही है कि हम उम्मीद करते हैं कि यह अफगान अवाम के लिए एक बेहतर, कम हिंसक नतीजों तक ले जाएगा।’’ अमेरिका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और चीन ने अफगान तालिबान के साथ शांति वार्ता बहाल करने और गृहयुद्ध से जर्जर देश में 15 साल से जारी छापेमारी खत्म करने का एक खाका तैयार करने के लिए कल ताजा दौर की बातचीत की।
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