- प्रशांत महासागर में स्थित छोटा से देश पलाऊ ने अमेरिका के साथ प्रवासियों को बसाने का समझौता किया है
- अमेरिका ने पलाऊ को 7.5 मिलियन डॉलर की राशि दी है ताकि वह प्रवासी नागरिकों को अपने यहां काम करने की अनुमति दे
- पलाऊ की वर्तमान जनसंख्या लगभग 17,663 है और इसमें भविष्य में कमी का अनुमान लगाया गया है
एक देश जो समंदर के बीच मौजूद छोटा सा द्वीप (आइलैंड) है, जिसका क्षेत्रफल दिल्ली से तीन गुना छोटा है, जहां केवल 17000 लोग रहते हैं, वह देश अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए बड़ा काम आने वाला है. हम बात कर रहे हैं प्रशांत महासागर पर बसे देश पलाऊ की. इस द्वीप राष्ट्र ने अमेरिका के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. अब पलाऊ ट्रंप से पैसा लेकर उन तीसरे देशों के लोगों को अपने यहां बसने देगा जो अमेरिका में प्रवासी हैं लेकिन अमेरिका उन्हें अपने देश में नहीं रखना चाहता.
द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडौ ने मंगलवार, 23 दिसंबर को पलाऊ के राष्ट्रपति सुरांगेल व्हिप्स से तीसरे देश के नागरिकों को पलाऊ में शिफ्ट करने के बारे में बात की. दोनों देशों की तरफ से अलग-अलग बयानों में इसकी पुष्टि की गई है. यहां यह भी ध्यान रखना चाहिए कि पलाऊ के सांसदों ने 2025 की शुरुआत में इस मामले पर अमेरिका के पिछले अनुरोध को खारिज कर दिया था. लेकिन अब दोनों देश में बात बन गई है.

अमेरिका ने बताया है कि इसके बदले उसने पलाऊ को 7.5 मिलियन डॉलर दिए हैं. भारतीय करेंसी में यह रकम लगभग 68 करोड़ रुपए होती है.
पलाऊ के बारे में 5 इंटरेस्टिंग फैक्ट
- जनसंख्या: पलाऊ की वर्तमान जनसंख्या 2025 तक लगभग 17,663 लोग है, जिसकी वृद्धि दर माइनस में 0.18% है. मतलब भविष्य में लोग कम होंगे.
- आकार: पलाऊ का कुल भूमि क्षेत्रफल लगभग 460 वर्ग किमी है, जिसका जनसंख्या घनत्व लगभग 38 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है. दिल्ली का कुल भूमि क्षेत्रफल लगभग 1,483 वर्ग किमी है.
- शहरी जनसंख्या: पलाऊ की लगभग 100% आबादी शहरी है, जिनमें से अधिकांश कोरोर शहर में रहते हैं, जिसकी आबादी लगभग 14,000 लोगों की है.
- औसत आयु: पलाऊ में औसत आयु लगभग 38.5 वर्ष है, जो बढ़ती उम्र की आबादी को दर्शाता है.
- ग्रोथ रेट: आने वाले वर्षों में पलाऊ की जनसंख्या में गिरावट की उम्मीद है, 2030 तक अनुमानित जनसंख्या 17,376 और 2050 तक 15,518 होगी.