इस्लामाबाद:
पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह अगले सप्ताह छह देशों के शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का सदस्य बन जाएगा, जिससे देश के लिए ऊर्जा एवं आधारभूत परियोजनाओं के लिए कोष सुनिश्चित करने के नए मार्ग खुलेंगे।
विदेश कार्यालय प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि एससीओ उज्बेकिस्तान के ताशकंद में 23 और 24 जून को एक सम्मेलन आयोजित करेगा, जहां पाकिस्तान इस समूह में शामिल होगा।
'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने जकारिया के हवाले से कहा कि एससीओ सदस्यता ऊर्जा एवं अन्य आधारभूत परियोजनाओं के लिए धन सुनिश्चित करने हेतु पाकिस्तान के लिए नए मार्ग खोलने का रास्ता साफ करेगी। पिछले साल रूस के उफा में हुए एससीओ सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को समूह में शामिल करने की मंजूरी दी गई थी।
एससीओ महासचिव राशिद अलीमोव ने इस सप्ताह कहा कि भारत के एक वर्ष के भीतर एससीओ की पूर्ण सदस्यता हासिल करने की संभावना है। एससीओ में फिलहाल छह सदस्य चीन, रूस, कजाखस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं, जबकि अफगानिस्तान, भारत, ईरान, मंगोलिया और पाकिस्तान पर्यवेक्षक हैं तथा बेलारूस, तुर्की एवं श्रीलंका वार्ता सहयोगी हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
विदेश कार्यालय प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि एससीओ उज्बेकिस्तान के ताशकंद में 23 और 24 जून को एक सम्मेलन आयोजित करेगा, जहां पाकिस्तान इस समूह में शामिल होगा।
'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने जकारिया के हवाले से कहा कि एससीओ सदस्यता ऊर्जा एवं अन्य आधारभूत परियोजनाओं के लिए धन सुनिश्चित करने हेतु पाकिस्तान के लिए नए मार्ग खोलने का रास्ता साफ करेगी। पिछले साल रूस के उफा में हुए एससीओ सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को समूह में शामिल करने की मंजूरी दी गई थी।
एससीओ महासचिव राशिद अलीमोव ने इस सप्ताह कहा कि भारत के एक वर्ष के भीतर एससीओ की पूर्ण सदस्यता हासिल करने की संभावना है। एससीओ में फिलहाल छह सदस्य चीन, रूस, कजाखस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं, जबकि अफगानिस्तान, भारत, ईरान, मंगोलिया और पाकिस्तान पर्यवेक्षक हैं तथा बेलारूस, तुर्की एवं श्रीलंका वार्ता सहयोगी हैं।
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