आतंकवाद की नर्सरी पाकिस्तान में एक पैटर्न में कई आतंकवादियों की हत्या हुई है
पाकिस्तान के सिंध में लश्कर ए तैयबा के एक प्रमुख आतंकवादी राजुल्लाह निजामनी उर्फ अबू सैफुल्लाह को मार गिराया गया है. सैफुल्ला, जिसे 2006 में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय पर हमले में शामिल बताया जाता है, की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. सूत्रों ने कहा कि वह नेपाल में लश्कर मॉड्यूल पर काम कर रहा था- फाइनेंसिंग, भर्ती और लॉजिस्टिक संभाल रहा था. सैफुल्ला आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ करने और धन जुटाने में मदद कर रहा था.
खास बात यह है कि पाकिस्तान में बीते दो साल में 16 आतंकियों को इसी तरह मार गिराया गया है. इन सभी आतंकियों की हत्या का पैटर्न लगभग एक जैसा है. सभी आतंकियों की हत्या के बाद यही बात सामने आई कि अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी. चलिए यहां आपको इन 16 आतंकियों की प्रोफाइल बताते हैं. एक-एक कर जानते हैं कि ये थे कौन, किन आतंकवादी गतिविधि को इन्होंने अंजाम दिया था और इनकी हत्या कैसे हुई.
1- अबू सैफुल्लाह
कौन था और क्या किया- लश्कर ए तैयबा का प्रमुख आतंकवादी जो नेपाल में लश्कर मॉड्यूल पर काम कर रहा था. सैफुल्ला लश्कर के ऑपरेशनल कमांडर आजम चीमा उर्फ बाबाजी का सहयोगी था. RSS हेडक्वाटर पर हमले के अलावा वह रामपुर में 2002 में सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले और 2005 में IISc बेंगलुरु पर हुए हमले की साजिश में भी शामिल था.
कैसे मौत हुई- सैफुल्लाह को कथित तौर पर बादिन जिले (पाकिस्तान के सिंध) के मातली में उस समय गोली मार दी गई जब वह अपने घर से बाहर निकला था.
2- नदीम उर्फ अबु कताल
कौन था और क्या किया- अबू कताल 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का रिश्तेदार और लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी था. अबू कताल दो दशक से जम्मू कश्मीर में बड़े आतंकी हमलों और घुसपैठ कराने का अहम रोल निभाता आया है. पुंछ जिले में सेना के काफिलों से लेकर राजौरी के गांव में हिंदुओं पर अबू कताल के इशारे पर ही हमले हुए थे. जम्मू कश्मीर में भेजे जाने से पहले ही अबू कताल ही आतंकियों को ट्रेन करता था, ताकि वो अपने नापाक मंसूबों में कामयाब हो पाए.
कैसे मौत हुई- अबू कताल को मार्च 2025 में पाकिस्तान में झेलम के दीना में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी, जिसमें उसकी मौत हो गई. इस हमले में उसके ड्राइवर की भी मौत हो गई.
3- मौलाना काशिफ अली
कौन था और क्या किया- मौलाना काशिफ अली आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की राजनीतिक शाखा का प्रमुख था. अली लश्कर में एक प्रमुख व्यक्ति था, जिसने इसकी राजनीतिक शाखा, पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग का नेतृत्व किया था. अली, जो भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद का बहनोई भी था, पाकिस्तान में लश्कर की राजनीतिक गतिविधियों में एक प्रमुख खिलाड़ी था.
कैसे मौत हुई- फरवारी 2025 में मौलाना की हत्या तब हुई जब खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने उसके आवास पर हमला किया.
4- मुफ्ती शाह मीर
कौन था और क्या किया- मुफ्ती शाह मीर एक कुख्यात मानव और हथियार तस्कर था जो धार्मिक स्कॉलर होने की आड़ में काम करता था और एक इस्लामी कट्टरपंथी राजनीतिक दल जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम का सदस्य था. मुफ्ती शाह मीर ने ही ईरान से भारतीय व्यापारी और पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण यादव के अपहरण में पाकिस्तान की मदद की थी.
कैसे मौत हुई- मार्च 2025 में बलूचिस्तान के तुर्बत में बाइक सवार हमलावरों ने घात लगाकर मीर पर हमला करके हत्या कर दी थी. मुफ्ती शाह मीर उस समय तरावीह (रात) की नमाज के बाद एक स्थानीय मस्जिद से बाहर निकल रहा था.
5- रहीम उल्लाह तारिक
कौन था और क्या किया- मौलाना रहीम उल्लाह तारिक जैश-ए-मुहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का करीबी सहयोगी था. उसे मसूद अजहर का राइट हैंड माना जाता था. जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में बना एक आतंकवादी संगठन है जिसने 2001 का संसद हमला और 2019 का पुलवामा हमला किया था.
कैसे मौत हुई- नवंबर 2023 में यह मोस्ट वांटेड आतंकवादी कराची में एक धार्मिक सभा में जा रहा था जब अज्ञात हमलावरों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी.
6- अकरम गाजी
कौन था और क्या किया- 2018 से 2020 तक लश्कर भर्ती सेल का नेतृत्व करने वाले अकरम गाजी को पाकिस्तान में भारत विरोधी भाषण देने के लिए जाना जाता था. वह लश्कर का एक बड़ा नाम था और लंबे समय से चरमपंथी गतिविधियों में शामिल था.
कैसे मौत हुई-अकरम गाजी को बाजौर जिले (खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में) में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी.
7- ख्वाजा शाहिद
कौन था और क्या किया- ख्वाजा शाहिद लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर और फरवरी 2018 में जम्मू में सुंजवान आर्मी कैंप पर आतंकवादी हमले के पीछे के मास्टरमाइंड में से एक था.
कैसे मौत हुई- नवंबर 2023 में पहले शाहिद किडनैप हुआ और फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास से उसका सिर कटा हुआ शव मिला.
8- मौलाना जिया-उर-रहमान
कौन था और क्या किया: लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक अन्य सदस्य, जो कराची के गुलिस्तान-ए-जौहर में मौलवी के रूप में भी काम करता था, युवाओं को हथियार उठाने और भारत के खिलाफ जिहाद करने के लिए कट्टरपंथी बनाने में शामिल था.
कैसे मौत हुई- सितंबर 2023 में मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात हमलावरों ने कराचा में ही गोली मारकर हत्या कर दी.
9- कारी एजाज आबिद
अहले-ए-सुन्नत वल जमात के नेता और अंतर्राष्ट्रीय खतम-ए-नबुव्वत आंदोलन के प्रमुख कारी इजाज आबिद पर अप्रैल 2025 में ही खैबर जिले की सीमा से लगे पुश्त खरा इलाके में हमला हुआ था. घटनास्थल से 30 बोर के हथियार के कई खाली खोल बरामद किए गए. अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. यह मसूद अजहर का करीबी था.
10- दाऊद मालिक
दाऊद मलिक को मसूद अजहर का करीबी सहयोगी माना जाता था और यह लश्कर-ए-जब्बार का संस्थापक था. पाकिस्तान पुलिस के अनुसार अक्टूबर 2023 में उत्तरी वजीरिस्तान आदिवासी जिले के मिराली इलाके में अज्ञात नकाबपोशों ने इसपर हमला किया और मार दिया.
11- अदनान अहमद
अदनान अहमद को हंजला अदनान के नाम से भी जाना जाता है. यह 2016 में पंपोर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले का मास्टरमाइंड था. इसपर 3 दिसंबर 2023 को कराची में अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला किया था. इसे गुप्त रूप से पाकिस्तानी सेना द्वारा संचालित एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां 5 दिसंबर 2023 को इसने दम तोड़ दिया. वह उधमपुर में हमलों की साजिश रचने और POK में लश्कर के आतंकी कैंप में नए रिक्रूट हुए लड़कों को ट्रेनिंग देने में भी शामिल था.
12- बशीर अहमद पीर
बशीर अहमद पीर हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर था. इसका दूसरा नाम इम्तियाज आलम था और 20 फरवरी 2023 को पाकिस्तान के रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का रहने वाला पीर कथित तौर पर 15 साल से अधिक समय से पाकिस्तान में रह रहा था. वह पाकिस्तान में हिज्बुल का "लॉन्चिंग चीफ" था और उसने कथित तौर पर घुसपैठियों की भर्ती करने और कश्मीर घाटी में हथियार और गोला-बारूद भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
13- जहूर इब्राहिम
इसका पूरा नाम था मिस्त्री जहूर इब्राहिम. वह जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी था. वह 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 के अपहरण और यात्री रूपिन कात्याल की चाकू मारकर हत्या करने में शामिल था. मार्च 2022 में दो हथियारबंद मोटरसाइकिल सवार, जो मिस्त्री के फर्नीचर गोदाम में घुसने का इंतजार कर रहे थे, ने उसे बहुत करीब से गोली मार दी.
14- मेजर दानियाल
मेजर दानियाल पाकिस्तान सेना से जुड़े ISPR का अधिकारी था. इसपर अगस्त 2016 में जम्मू-कश्मीर के बारामूला में भारतीय सैन्य काफिले पर हुए हमले के मास्टरमाइंड होने का आरोप था. मार्च 2025 में ही पेशावर में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी.
15- रियाज अहमद
रियाज अहमत लश्कर का टॉप आतंकी था. वह 1 जनवरी 2023 को राजौरी के ढांगरी आतंकी हमले के पीछे के मुख्य मास्टरमाइंड में से एक था. रियाज अहमद POK के रावलकोट में नमाज पढ़ने आया था, तभी उनके सिर में प्वाइंट ब्लैंक से गोली मार दी गई.
16- परमजीत सिंह पंजवार
परमजीत सिंह पंजवार खालिस्तान कमांडो फोर्स का प्रमुख था और उसे मलिक सरदार सिंह के नाम से भी जाना जाता था. पाकिस्तान के लाहौर में उसके घर के पास 6 मई 2023 को मॉर्निंग वॉक के दौरान अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. भारत ने जुलाई 2020 में उसे UAPA के तहत आतंकवादी के रूप में नामित किया था, और वह मोस्ट-वांटेड लिस्ट में था.
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