इस्लामाबाद:
अमेरिकी सैन्य सहायता रद्द होने के बाद इस्लामाबाद और वाशिंगटन के संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ रक्षा व खुफिया सहयोग को रोक दिया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक पाकिस्तानी नेताओं ने इस मसले पर अभी तक संयम बनाए रखा लेकिन रक्षा मंत्री के बयान से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं. दस्तगीर ने मंगलवार को कहा, 'आप जानते हैं कि हमने उनको (अमेरिका) जो सुविधाएं दे रखीं हैं, वे अभी जारी हैं. हमने सुविधाएं निलंबित नहीं की हैं. लेकिन, इसके अलावा खुफिया व सैन्य सहयोग का भी व्यापक क्षेत्र है जिसे हमने निलंबित कर दिया है.'
अमेरिका की ओर से पाकिस्तान की सहायता रोकने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'अमेरिका द्वारा हाल में सैन्य सहायता रद्द करने का घटनाक्रम एक इससे भी बड़े और गंभीर निलंबन के बाद आया है और वह यह है कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच एक साल से अधिक समय से रणनीतिक बातचीत रुकी हुई है.'
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उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान सीमा से लगे दुर्गम इलाकों में आतंकियों के सीमापार आवागमन को रोकने के लिए दीवार बनाने में अमेरिका ने कोई मदद नहीं की.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक जनवरी को पाकिस्तान के संबंध में किए गए ट्वीट के बाद पाकिस्तान के लिए अमेरिका की ओर से सुरक्षा संबंधी सारी सहायता रोक दी गई है. ट्रंप ने अपने ट्वीट में कहा था, 'पाकिस्तान उन आतंकियों को पनाह देता है जिनकी हमें अफगानिगस्तान में तलाश है.' दस्तगीर ने कहा, 'अब सारा नकाब हट गया है और पाकिस्तान और अमेरिका के बीच विनम्र लेकिन दयाहीन व निष्कपट बातचीत का समय आ गया है.'
VIDEO : पाकिस्तान के पीछे क्यों अमेरिका ?
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिका की ओर से पाकिस्तान की सहायता रोकने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'अमेरिका द्वारा हाल में सैन्य सहायता रद्द करने का घटनाक्रम एक इससे भी बड़े और गंभीर निलंबन के बाद आया है और वह यह है कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच एक साल से अधिक समय से रणनीतिक बातचीत रुकी हुई है.'
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उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान सीमा से लगे दुर्गम इलाकों में आतंकियों के सीमापार आवागमन को रोकने के लिए दीवार बनाने में अमेरिका ने कोई मदद नहीं की.
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