अफगानिस्तान के मामले में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर अमेरिकी सांसदों द्वारा लगातार की गई आलोचनाओं से पाक प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) बौखला गए हैं. इमरान खान ने कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिका का साथ देने के लिए पाकिस्तान को "बहुत भारी कीमत" चुकानी पड़ी है. Russia Today को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने अमेरिकी अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर की, जिन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिका की विफलता के लिए पाकिस्तान पर उंगली उठाई है. खान ने कहा कि अफगानिस्तान के मामले में अमेरिका की विफलता के लिए बेवजह पाकिस्तान पर उंगली उठाई जा रही है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की ओर से यह बयान हाल ही में सीनेट की विदेश संबंध समिति की उस सुनवाई के बाद आया, जिसमें अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान पर तालिबान की मदद करने का आरोप लगाया था.
इमरान खान ने कहा, "एक पाकिस्तानी होने के नाते, उन सीनेटरों द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों से मुझे बहुत दुख हुआ. अफगानिस्तान में इस पराजय के लिए पाकिस्तान को दोष देना हमारे लिए सबसे दर्दनाक बात है."
जब अमेरिका में 9/11 आतंकी हमला हुआ उस समय पाकिस्तान का हालत खस्ताहाल थी. पाकिस्तानी सेना के जनरल परवेज मुशर्रफ जो सैन्य तख्तापलट के माध्यम से सत्ता में आए थे, अभी-अभी राष्ट्रपति चुने गए थे और अपनी सरकार के लिए अमेरिकी सहायता की मांग कर रहा था.
अफगानिस्तान पर हमले के लिए पाकिस्तानी समर्थन की प्रतिबद्धता ने अमेरिकी सैन्य सहायता सुरक्षित करने में मदद की. हालांकि, खान का मानना है कि यह एक गलत फैसला था.
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