इस्लामाबाद:
पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल अशफाक कयानी ने कहा है कि भारत जितना एक सैनिक पर खर्च करता है उतना हम अपने तीन सैनिकों पर करते हैं। पीपुल्स एसेंबली के दोनों सदनों की रक्षा समितियों के समक्ष कयानी ने मंगलवार को कहा कि रक्षा सेवाओं के लिए आवंटित धन का 75 फीसदी हिस्सा वेतन और रसद सामग्री में खर्च होता है जबकि 25 फीसदी अन्य मदों में खर्च किया जाता है। अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के पास अमेरिकी और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सैनिकों के जमावड़े के बाद फैले तनाव के बीच यह बैठक आयोजित की गई थी। सामचार पत्र 'डॉन' के मुताबिक पाकिस्तान सेना के प्रमुख ने हालांकि इस बात से इंकार किया कि हाल के वर्षो में रक्षा खर्चो में बढोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2001 में रक्षा खर्च सकल घेरलू उत्पाद का 4.6 फीसदी था जो अब नीचे गिरकर 2.4 फीसदी तक पहुंच गया है। समिति के एक सदस्य ने कयानी से जब यह पूछा कि अमेरिका के पूर्व सैन्य प्रमुख एडमिरल माइक मुलेन सेना के खिलाफ गम्भीर आरोप लगा रहे हैं, तो कयानी ने कहा, "दोस्ताना सम्बंधों में इस तरह के मुद्दे कोई मायने नहीं रखते।" उन्होंने कहा, "मुलेन वैसा ही करते हैं जैसा वह अमेरिका के हित के बारे में सोचते हैं और मैं वैसा करता हूं जो पाकिस्तान के हित में होता है।"
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