पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी मंगलवार को दोबारा गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी जान की बाजी लगाते हुए यहां उच्च न्यायालय की इमारत में घुस गए.
पिछले सप्ताह पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थकों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव के तहत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता चौधरी को हिरासत में लिया गया था, और उन्होंने इस मामले में रिहा किए जाने के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ( आईएचसी) में याचिका दायर की थी.
न्यायमूर्ति मियांगुल हसन औरंगजेब की अदालत में सुनवाई के दौरान चौधरी ने हलफनामा दिया कि वह किसी भी हिंसक विरोध प्रदर्शन में भाग नहीं लेंगे, इसके बाद अदालत ने उन्हें रिहा करने का आदेश दिया. इससे उत्साहित चौधरी अदालत की ओर से लिखित आदेश जारी होने से पहले ही वहां से जाने लगे. इसके बाद जब वह अपनी कार में बैठकर घर जाने लगे तो उन्हें लगा कि पुलिस अधिकारी उनका पीछा कर रहे हैं.
Hahahaha! “Takkar Ke Log”. Fawad Chaudhry RAN back to the high court after looking at the police. The so-called warriors of “Haqeeqi Azadi”! 😂 Zardari was right when he said, “Imran Ka Zawaal Shuru”. Tank ke agay laitna nahi tha?pic.twitter.com/92HI7zMxYj
— Saad Kaiser 🇵🇰 (@TheSaadKaiser) May 16, 2023
टीवी फुटेज में चौधरी को वाहन से बाहर निकलकर अदालत भवन के प्रवेश द्वार की ओर दौड़ते हुए देखा गया. जब एक वकील उनकी मदद के लिए आया तो उन्हें झुकते और हांफते देखा गया. पीछे से किसी को “उनके लिए पानी लाओ” कहते हुए सुना गया. इसी बीच कोई दूसरा व्यक्ति कहता है “मरने वाले हैं.”
चौधरी की पत्नी हिबा ने ट्वीट किया, “उन्होंने एक बार फिर गिरफ्तार करने की कोशिश की. ”
बाद में चौधरी ने न्यायमूर्ति औरंगजेब को बताया कि अदालत से जमानत मिलने के बावजूद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की. बाद में न्यायाधीश ने उन्हें दिलासा दिया.
Rule of the jungle. After being released by IHC, the police tries to re arrest Fawad again illegally. Clearly either there are spoilers who don't want a national consensus to be reached or these calls for dialogue mean nothing. Which is it?
— Jarrar Shah (@jerryshah) May 16, 2023
Stay strong @fawadchaudhry… pic.twitter.com/WWaFlwfb0k
न्यायाधीश ने कहा, “आप तो खुद एक वकील हैं, लिहाजा आपको तो लिखित आदेश का इंतजार करना चाहिए था.”
इसके बाद न्यायाधीश ने चौधरी को किसी भी मामले में गिरफ्तार करने पर रोक लगा दी, जिसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं