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Explainer: क्या पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान को हो सकती है सजा-ए-मौत? क्या कहता है मिलिट्री कानून?

पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को नेशनल असेंबली और प्रांतीय चुनाव होने हैं. इमरान खान जेल में बंद हैं. जबकि पूर्व पीएम नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) फिर प्रधानमंत्री की रेस में शामिल हो गए हैं. दूसरी ओर बिलावल भुट्‌टो (Bilawal Bhutto) भी PPP की सरकार बनाने के लिए मैदान में हैं.

नई दिल्ली:

पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को नेशनल असेंबली और प्रांतीय चुनाव (Pakistan Elections 2024) हैं. पिछले चुनाव में सरकार बनाने वाले इमरान खान (Imran Khan)जेल तोशखाना मामले में जेल में हैं. उन्हें भ्रष्टाचार के 3 मामलों में कुल 34 साल की सजा हो चुकी है. एक केस में फैसला आना बाकी है, जिसमें उन्हें फांसी पर लटकाया जा सकता है. वहीं, इमरान खान के जेल में होने की वजह से उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ यानी PTI इस बार चुनावी सीन से गायब है. ऐसे में गुरुवार को पाकिस्तान में होने वाला चुनाव इमरान खान और उनकी पार्टी के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है.

पाकिस्तान चुनाव में इमरान खान और उनकी पार्टी की हालत की खास बातें:-

  1.  इमरान खान पर करीब 150 मुकदमे चल रहे हैं. सबसे गंभीर मामला मई 2023 में दर्ज हुआ. इसमें दोषी पाए जाने पर उन्हें मौत की सजा हो सकती है. मई 2023 में अल कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने सरकारी इमारतों में तोड़फोड़ की थी. PTI समर्थकों ने कुछ दुकानों में आग भी लगा दी थी.
  2.  PTI समर्थकों ने कई इलाकों में पाकिस्तानी सेना के ठिकानों और रावलपिंडी स्थित मुख्यालय पर भी हमला किया था. 9 मई को हुई हिंसा के मामले में पूर्व पीएम इमरान खान समेत 100 से ज्यादा लोगों पर आतंकवाद से निपटने वाले कानूनों के तहत आरोप लगाए गए थे.
  3. इमरान खान पर लगे आरोप को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध का मामला माना गया है. पाकिस्तान सेना अधिनियम की धारा 59 में प्रावधान है कि जो कोई भी पाकिस्तान के खिलाफ हथियार उठाएगा, पाकिस्तान की सेना या सुरक्षा बलों पर हमला करेगा; उसे मौत की सजा दी जा सकती है.
  4.  इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में 9 मई, 2023 को PTI वर्कर्स ने कई जगह हिंसा और आगजनी की. इसके बाद पार्टी के कई नेता गिरफ्तार कर लिए गए. कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी. चुनाव के ऐलान के बाद भी PTI के खिलाफ कार्रवाई नहीं रुकी है. PTI के नेता आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें चुनाव में बराबरी का मौका नहीं दिया जा रहा.
  5. इमरान खान के खिलाफ 9 मई का मामला मिलिट्री कोर्ट में चल रहा है. हालांकि, पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल मिलिट्री कोर्ट के फैसला सुनाने पर रोक लगा दी है. इमरान खान ने जिस तरह से पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोला, उससे उन्हें 9 मई की हिंसा का मास्टरमाइंड माना गया है.
  6. प्रत्यक्षदर्शियों ने इमरान खान के खिलाफ बयान देते हुए उन्हें हिंसा भड़काने का जिम्मेदार ठहराया है. वहीं, इमरान खान अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते आए हैं. वह 9 मई की हिंसा को PTI को बदनाम करने की साजिश बताते हैं.
  7. इमरान खान का कहना है कि नवाज शरीफ और पाकिस्तानी सेना के बीच लंदन में एक समझौते के तहत साजिश पर चर्चा हुई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना ने नवाज शरीफ को सत्ता में लाने के लिए एक सौदा किया है.
  8. इस बीच इमरान खान की पार्टी का चुनाव चिह्न क्रिकेट बैट भी रद्द कर दिया है. क्योंकि पार्टी के आंतरिक चुनाव समय पर नहीं हुए. PTI मुख्यालय पर सरकार ने कब्ज़ा कर लिया है.
  9. मौजूदा सरकार ने इमरान खान को वोट देने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है. हालांकि, इमरान खान का दावा है कि समर्थकों के बीच उनकी लोकप्रियता बरकरार है. उनकी पार्टी सत्ता में आएगी.
  10. इमरान खान की पार्टी PTI के प्रति वफादार उम्मीदवार अभी भी चुनाव में निर्णायक कारक साबित हो सकते हैं. इसके साथ ही बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) भी चुनाव में जोर लगा रहे हैं.


 


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