इस्लामाबाद:
पाकिस्तानी हिन्दुओं की शिकायतों को देखने के लिए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी द्वारा बनाई गई एक संसदीय समिति ने आज सुझाव दिया कि हिन्दू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की घटना को तब तक अपहरण के मामले के रूप में देखा जाना चाहिए जब तक कि अधिकारी संबंधित व्यक्ति को बरी न कर दें।
कराची में जरदारी के साथ बैठक के दौरान संघीय मंत्री मौला बक्स चांदिओ के अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय समिति ने हिन्दू समुदाय की समस्याओं से संबंधित एक प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी।
समिति ने सुझाव दिया कि भविष्य में जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप पर अपहरण का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। समिति ने कहा कि इस तरह के मामले को तब तक अपहरण के रूप में लिया जाए जब तक कि सक्षम अधिकार प्राप्त अदालत के समक्ष लड़की इकबालिया बयान न दे।
कराची में जरदारी के साथ बैठक के दौरान संघीय मंत्री मौला बक्स चांदिओ के अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय समिति ने हिन्दू समुदाय की समस्याओं से संबंधित एक प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी।
समिति ने सुझाव दिया कि भविष्य में जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप पर अपहरण का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। समिति ने कहा कि इस तरह के मामले को तब तक अपहरण के रूप में लिया जाए जब तक कि सक्षम अधिकार प्राप्त अदालत के समक्ष लड़की इकबालिया बयान न दे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं