पीएम मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (फाइल फोटो)
न्यूयॉर्क:
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की दूत ने कहा कि पाकिस्तान के साथ व्यापक वार्ता बहाल करने के लिए भारत आगे नहीं आ रहा है और यह रवैया द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करने की राह में बाधक है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने पिछले सप्ताह यूएस आर्मी वार कॉलेज में छात्रों के समूह और संकाय सदस्यों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के सत्ता में आने के बाद सकारात्मक शुरुआत के बावजूद भारत ने तुच्छ आधारों पर दोनों देशों के बीच बातचीत निलंबित कर दी और अस्वीकार्य पूर्व-शर्तें रख दीं।
विश्व संस्था में पाकिस्तानी मिशन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, लोधी ने बताया कि व्यापक एवं विस्तृत बातचीत बहाल करने के पाकिस्तान के आह्वान के बावजूद भारत अब तक कदम नहीं बढ़ा रहा है।
विज्ञप्ति में बताया गया है ‘‘यह रवैया दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य करने की दिशा में बाधक है।’’ लोधी ने कहा कि आतंकवाद को पराजित करना, अर्थव्यवस्था में वृद्धि और शांतिपूर्ण पड़ोस का निर्माण पाकिस्तान की शीर्ष प्राथमिकताएं हैं जिनमें अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देना तथा प्रमुख मुद्दों के समाधान के आधार पर भारत के साथ संबंधों को सामान्य करना भी शामिल है।
उन्होंने कहा ‘‘यह राष्ट्रीय प्राथमिकताएं हमारी अंतरराष्ट्रीय कूटनीति तथा हमारे विदेश संबंध बनाती हैं।’’ लोधी ने कहा कि पाकिस्तान की एक प्रमुख प्राथमिकता क्षेत्रीय संपर्क और एकीकरण भी है। उन्होंने चीन के साथ संपर्क परियोजना का हवाला दिया जो दोनों देशों को एक आर्थिक गलियारे से जोड़ती है।
विज्ञप्ति के अनुसार ‘‘पाकिस्तान को सेंट्रल एशिया और यूरेशियाई हिस्सों से जोड़ने वाला चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा सिर्फ चीन और पाकिस्तान तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए फायदे वाली स्थिति होगी।’’
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने पिछले सप्ताह यूएस आर्मी वार कॉलेज में छात्रों के समूह और संकाय सदस्यों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के सत्ता में आने के बाद सकारात्मक शुरुआत के बावजूद भारत ने तुच्छ आधारों पर दोनों देशों के बीच बातचीत निलंबित कर दी और अस्वीकार्य पूर्व-शर्तें रख दीं।
विश्व संस्था में पाकिस्तानी मिशन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, लोधी ने बताया कि व्यापक एवं विस्तृत बातचीत बहाल करने के पाकिस्तान के आह्वान के बावजूद भारत अब तक कदम नहीं बढ़ा रहा है।
विज्ञप्ति में बताया गया है ‘‘यह रवैया दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य करने की दिशा में बाधक है।’’ लोधी ने कहा कि आतंकवाद को पराजित करना, अर्थव्यवस्था में वृद्धि और शांतिपूर्ण पड़ोस का निर्माण पाकिस्तान की शीर्ष प्राथमिकताएं हैं जिनमें अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देना तथा प्रमुख मुद्दों के समाधान के आधार पर भारत के साथ संबंधों को सामान्य करना भी शामिल है।
उन्होंने कहा ‘‘यह राष्ट्रीय प्राथमिकताएं हमारी अंतरराष्ट्रीय कूटनीति तथा हमारे विदेश संबंध बनाती हैं।’’ लोधी ने कहा कि पाकिस्तान की एक प्रमुख प्राथमिकता क्षेत्रीय संपर्क और एकीकरण भी है। उन्होंने चीन के साथ संपर्क परियोजना का हवाला दिया जो दोनों देशों को एक आर्थिक गलियारे से जोड़ती है।
विज्ञप्ति के अनुसार ‘‘पाकिस्तान को सेंट्रल एशिया और यूरेशियाई हिस्सों से जोड़ने वाला चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा सिर्फ चीन और पाकिस्तान तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए फायदे वाली स्थिति होगी।’’
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