इस्लामाबाद:
पाकिस्तान में वर्ष 2010 के दौरान हुए अमेरिकी ड्रोन हमलों में कुल 957 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए हैं। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने यह जानकारी गुरुवार को अपनी वार्षिक रिपोर्ट में दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक देश में मानवाधिकार उल्लंघन पर केंद्रित इस रिपोर्ट में वर्ष 2010 में हुए आतंकवादी हमलों का भी उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2010 के आतंकवादी हमलों में 2542 लोग मारे गए और 5062 घायल हुए। देश के बंदरगाह शहर कराची में 'निशाना बनाकर किए गए हमलों' में 237 राजनीतिक कार्यकर्ता और बलूचिस्तान के दक्षिणपश्चिमी प्रांत में कम से कम 118 लोग मारे गए। देश में आत्मघाती बम हमलों में 1041 नागरिकों सहित कम से कम 1159 लोग मारे गए। इसके अलावा 2010 के दौरान अलग-अलग घटनाओं में 12,580 लोगों की जान गई। इनमें 791 लोंगों की सम्मान के लिए हत्याएं हुईं जबकि फिरौती के लिए 581 लोगों का अपहरण किया गया। आयोग ने अपनी रिपोर्ट मीडिया और अन्य अज्ञात सूत्रों के आंकड़ों के आधार पर तैयार की है। आयोग ने नागरिकों खासकर धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने में असफल होने पर सरकार की आलोचना की है। रिपोर्ट में आयोग के अधिकारियों ने देश में मानवाधिकार की स्थिति में सुधार के लिए राजनीतिक दलों से मिलकर काम करने का अनुरोध किया है।
This Article is From Apr 14, 2011