फाइल फोटो
इस्लामाबाद:
विदेश में बसे पाकिस्तानी नागरिक वर्ष 2018 के आम चुनाव में मतदान नहीं कर पाएंगे क्योंकि प्रशासन द्वारा चार देशों में इस संबंध में की गयी छद्म कवायद तकनीकी और कानूनी कारणों के चलते विफल रही है।
संसदीय समिति को यह जानकारी दी गयी है। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग पर विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से इस बात को लेकर भारी दबाव है कि वह विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों को चुनाव में मतदान के योग्य बनाने के लिए प्रबंध करे।
आयोग और राष्ट्रीय आंकड़ा पंजीकरण प्राधिकरण ने मंगलवार को संसदीय समिति को बताया कि 2018 के आम चुनाव में विदेशों में बसे पाकिस्तानियों के लिए मतदान में भाग लेना संभव नहीं हो सकेगा। डॉन दैनिक ने यह खबर प्रकाशित की है।
रियाद, लंदन उच्चायोग, न्यूयॉर्क, दुबई, मैनचेस्टर, ब्रेडफोर्ड तथा ग्लासगो में वाणिज्य दूतावासों के कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट और टेलिफोन वोटिंग के जरिए अपने काल्पनिक उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने को कहा गया था। लेकिन तकनीकी कारणों से यह अभ्यास विफल रहा।
सूत्रों के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने समिति को सूचित किया कि उसने इस विषय में शोध करने के लिए आयोग में एक विशेष विभाग स्थापित किया था।
संसदीय समिति को यह जानकारी दी गयी है। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग पर विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से इस बात को लेकर भारी दबाव है कि वह विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों को चुनाव में मतदान के योग्य बनाने के लिए प्रबंध करे।
आयोग और राष्ट्रीय आंकड़ा पंजीकरण प्राधिकरण ने मंगलवार को संसदीय समिति को बताया कि 2018 के आम चुनाव में विदेशों में बसे पाकिस्तानियों के लिए मतदान में भाग लेना संभव नहीं हो सकेगा। डॉन दैनिक ने यह खबर प्रकाशित की है।
रियाद, लंदन उच्चायोग, न्यूयॉर्क, दुबई, मैनचेस्टर, ब्रेडफोर्ड तथा ग्लासगो में वाणिज्य दूतावासों के कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट और टेलिफोन वोटिंग के जरिए अपने काल्पनिक उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने को कहा गया था। लेकिन तकनीकी कारणों से यह अभ्यास विफल रहा।
सूत्रों के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने समिति को सूचित किया कि उसने इस विषय में शोध करने के लिए आयोग में एक विशेष विभाग स्थापित किया था।
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