गूगल (Google) ने आज अपने डूडल (Doodle) से दुनिया के पहले इलेक्ट्रॉनिक संगीत (Electronic Music) कंपोज़र्स में से एक और फिज़िक्स के वैज्ञानिक ऑस्कर साला (Oskar Sala) को उनके 112वें जन्मदिन पर विशेष सम्मान दिया है. आज ( 18 July) को Google डूडल कह रहा है , "जन्मदिन मुबारक ऑस्कर साला!" ऑस्कर साला ट्राउटोनियम (Trautonium) संगीत यंत्र के लिए प्रसिद्ध हैं. Google के अनुसार, "इलेक्ट्रॉनिक संगीतयंत्र पर साला ने जो साउंड इफेक्ट बनाए उनके कारण टीवी (TV), रेडियो (Radio) और फिल्म (Film) की दुनिया में नई जान आई."
ऑस्कर साला को खास तौर से इलेक्ट्रॉनिक संगीत का प्रयोग कर पक्षियों की आवाजें बनाने के लिए जाना जाता है. इसी लिए उन्हें समर्पित डूडल पर गूगल ने पक्षियों को भी बनाया है.
आईएमडीबी.कॉम के मुताबिक ऑस्कर साला 18 जुलाई 1910 को जर्मनी (Germany) के ग्रीज़ (Greiz) इलाके के थुरिंगिया (Thuringia) में पैदा हुए थे. उन्हें द बर्ड्स (1963) , द डेथ रे ऑफ माबूस (1964) और डाई रॉट हैंड (1960) के लिए ख़ास तौर से जाना जाता है. 26 जनवरी 2002 को बर्लिन में उन्होंने आखिरी सांस लीं.
ऑस्कर साला को ट्राउटोनियम के विकास के लिए जाना जाता है. यह दुनिया का पहला इलॉक्ट्रॉनिक म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट था जिसे 1929 में बनाया गया था. कीबोर्ड की बजाए ये एक मेटल प्लेट पर करीने से रखे गए तारों की मदद से चलता था. इसके तारों पर वाइब्रेशन देने से संगीत बनता था. 20 जून 1930 को ऑस्कर साला और पॉल हिंदेमिथ ने बर्लिन के एक हॉल में ट्राउटोनियम से परिचय करवाने के लिए एक प्रस्तुति दी. बाद में ऑस्कर साला ने Trautonium के साथ जर्मनी का टूर किया. पहली बार ट्रेयुटोनियम उपकरणों को टेलीफुंकेन कंपनी ने बाजार में उतारा था.
ऑस्कर साला की उपलब्धियों को जर्मनी के म्यूनिख में डॉयचे म्यूजियम में स्थाई तौर से प्रदर्शनी के लिए रखा गया है. ऑस्कर साला एक फिजिक्स के वैज्ञानिक भी थे. मिक्सर ट्राउटोनियम , पहला इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रूमेंट इलेक्ट्रॉनिक सिंथेसाइज़र का प्रारंभिक स्वरूप था. यह एक ऐसा जटिल इंस्ट्रुमेंट था जिसे केवल ऑस्कर साला ही ठीक से बजा पाते थे.
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