
एलेस (Ales Bialiatski) ने मानवाधिकार (Human Right) केंद्र वियासना (“Viasna”) की स्थापना की थी.
यह हैं एलेस बियालियात्स्की (Ales Bialiatski) के जीवन की 10 बड़ी बातें :-
राइटलाइवलीहुड संस्था के अनुसार, एलेस बियालियात्स्की (Ales Bialiatski) करीब 30 सालों से बेलारूस (Belarus) में लोकतंत्र (Democracy) और स्वतंत्रता (Freedom) के लिए अभियान चला रहे हैं.
साल 1996 में एलेस ने मिन्स्क-आधिरित मानवाधिकार केंद्र वियासना (“Viasna”) की स्थापना की. यह केंद्र राजनैतिक कैदियों की मदद के लिए बनाया गया था.
एलेस बियालियात्स्की (Ales Bialiatski) का वियासना (“Viasna”) केंद्र बेलारूस का अग्रणी गैर सरकारी संगठन है जो सिविल सोसायटी के निर्माण में मदद करता है, मानवाधिकार उल्लंघनों के दस्तावेज बनाता है और चुनाव की निगरानी करता है.
साल 1980 के मध्य से एलेस एक अहिंसक और निष्पक्ष आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं ताकि बेलारूस में लोकतांत्रिक स्वतंत्रता और खुला सभ्य समाज बन सके.
देश में मानवाधिकार अधिकारों की लड़ाई का सक्रिय कार्यकर्ता होने के कारण एलेस को कई बार गिरफ्तार किया गया. और उन्होंने झूठे आरोपों में कई साल जेल में बिताए.
बेलारूस के अधिकारियों ने कई बार उन्हें चुप करनाने की कोशिश की और सरकार लगातार वियासना और उसके सदस्यों को निशाना बनाती रहती है.
यूरोपार्ल.एडू के अनुसार, एलेस बियालियात्स्की का पूरा नाम एलियाक्जेंडर विक्टराविच बियालियात्स्की (Aliaksandr Viktaravich Bialiatski) है. इनका जन्म 25 सितंबर 1962 को रूस (Russia) के रिपब्लिक ऑफ कारेलिया (Republic of Karelia) के वर्स्तसिला (Värtsilä) में हुआ. एलेस के माता-पित बेलारूसी थे जिन्होंने बेहतर तनख्वाह की कामना में बेलारूस छोड़ा था.
उनके पिता विक्टर उस्तसिनाविच (Viktar Ustsinavich) और मां नीना एलेकजेंडरूना ( Nina Aliaksandrauna) 1964 में बेलारूस लौट गए और स्वेतलाहोर्क (Svetlahorsk) में बस गए. यही एलेस ने अपना स्कूल किया.
1979 में एलेस बियालियात्स्की ने होमेल स्टेट यूनिवर्सिटी से इतिहास और फिलॉसफी की पढ़ाई की. यहीं उनका नागरिक कार्यकर्ता के तौर पर संघर्ष शुरू हुआ. उन्होंने होमेल क्षेत्र में टीचर के तौर पर भी काम किया.
1984 में एलेस को सैन्य सेवा के लिए बुला लिया गया था. यहां उन्होंने एक एंटी-टैंक बटालियन में ड्राइवर की नौकरी की. 1996 में एलेस टुटेशिया एसोसिएशन ऑफ यंग राइटर्स (Tuteyshyia Association of Young Writers) के संस्थापकों में से एक थे. उन्होंने 1886 से 1989 तक इसकी अध्यक्षता भी की.