
अब्दुल बासित (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
द्विपक्षीय संबंधों में ठहराव आने के बीच पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि वार्ता के लिए शर्तें रखने और अपनी पसंद के मुद्दों को चुनने से न तो पहले कुछ मिला है और न ही भविष्य में यह सफल होगा क्योंकि बातचीत नहीं करने से संबंध नहीं सुधरेंगे।
पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि पाकिस्तान संबंधों को सामान्य करने के लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा रखे गए चार सूत्री एजेंडे पर भारत से एक सकारात्मक रुख की उम्मीद करता है लेकिन इसके प्रति भारत की प्रतिक्रिया प्रोत्साहित करने वाली नहीं है।
बासित ने कहा कि शर्तें रखने या अपनी पसंद के मुद्दों को चुने जाने से न तो पहले कुछ मिला है और न ही भविष्य में यह कुछ काम करेगा। उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री महमूद कसूरी की लिखी पुस्तक ‘नाइदर ए हॉक नोर ए डोव’ के विमोचन के मौके पर यह कहा।
कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के अलावा कई अन्य नेता, लेखक, बुद्धिजीवी और प्रख्यात नागरिक शरीक हुए। बासित ने कहा कि उन्हें लगता है कि यदि दोनों पक्ष वार्ता करते हैं तो माहौल सुधरेगा।
गौरतलब है कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच सीमा पर गोलीबारी को लेकर संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। एजेंडे को लेकर भारत-पाक के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच वार्ता हाल ही में रद्द कर दी गई थी। दरअसल, भारत आतंकी हमलों पर चर्चा करना चाहता था जबकि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दा उठाने पर जोर दे रहा था।
पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि पाकिस्तान संबंधों को सामान्य करने के लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा रखे गए चार सूत्री एजेंडे पर भारत से एक सकारात्मक रुख की उम्मीद करता है लेकिन इसके प्रति भारत की प्रतिक्रिया प्रोत्साहित करने वाली नहीं है।
बासित ने कहा कि शर्तें रखने या अपनी पसंद के मुद्दों को चुने जाने से न तो पहले कुछ मिला है और न ही भविष्य में यह कुछ काम करेगा। उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री महमूद कसूरी की लिखी पुस्तक ‘नाइदर ए हॉक नोर ए डोव’ के विमोचन के मौके पर यह कहा।
कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के अलावा कई अन्य नेता, लेखक, बुद्धिजीवी और प्रख्यात नागरिक शरीक हुए। बासित ने कहा कि उन्हें लगता है कि यदि दोनों पक्ष वार्ता करते हैं तो माहौल सुधरेगा।
गौरतलब है कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच सीमा पर गोलीबारी को लेकर संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। एजेंडे को लेकर भारत-पाक के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच वार्ता हाल ही में रद्द कर दी गई थी। दरअसल, भारत आतंकी हमलों पर चर्चा करना चाहता था जबकि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दा उठाने पर जोर दे रहा था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं