कोलम्बो:
संयुक्त राष्ट्र ने श्रीलंका को इस आरोप से मुक्त कर दिया है कि उसके पास बाल सनिक हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि 2009 में गृह युद्ध की समाप्ति के बाद से इस खतरे को सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में श्रीलंका के स्थायी प्रतिनिधि की ओर से जारी एक बयान के हवाले से कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र कार्यकारी समूह ने श्रीलंका में बाल एवं सशस्त्र संघर्ष की स्थिति पर मसौदा निष्कर्ष को 19 दिसम्बर को मंजूदी दे दी।
मसौदे को मंजूरी देने से पहले संयुक्त राष्ट्र कार्यकारी समूह ने श्रीलंका में बाल एवं सशस्त्र संघर्ष पर महासचिव की एक रपट पर तथा उसकी सिफारिशों पर सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के आधार पर विचार किया।
बयान के अनुसार, श्रीलंका द्वारा किए गए पूर्व बाल लड़ाकों के पुनर्वास और पुनर्मेल से इस सकारात्मक परिणाम में योगदान मिला है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में श्रीलंका के स्थायी प्रतिनिधि की ओर से जारी एक बयान के हवाले से कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र कार्यकारी समूह ने श्रीलंका में बाल एवं सशस्त्र संघर्ष की स्थिति पर मसौदा निष्कर्ष को 19 दिसम्बर को मंजूदी दे दी।
मसौदे को मंजूरी देने से पहले संयुक्त राष्ट्र कार्यकारी समूह ने श्रीलंका में बाल एवं सशस्त्र संघर्ष पर महासचिव की एक रपट पर तथा उसकी सिफारिशों पर सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के आधार पर विचार किया।
बयान के अनुसार, श्रीलंका द्वारा किए गए पूर्व बाल लड़ाकों के पुनर्वास और पुनर्मेल से इस सकारात्मक परिणाम में योगदान मिला है।
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