जापानी ऑटोमेकर दिग्गज निसान (Nissan) ने रूसी बाजार छोड़ने का हैरान करने वाला फैसला किया है. इससे भी हैरानी की बात यह है कि निसान ने रूस में अपना कारोबार सरकार के स्वामित्व वाली एक यूनिट NAMI को एक डॉलर से भी कम में बेच देने का ऐलान किया है. ब्रांड ने मंगलवार को यह दावा किया. इसका मतलब है कि जापानी वाहन निर्माता को 687 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है.
कंपनी को देश में उत्पादन रोकने के लिए मजबूर किए जाने के महीनों बाद यह कदम उठाया गया है. इसके अलावा, इसका मतलब है कि रूस के इस साल फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद, निसान रूस से बाहर निकलने वाली लेटेस्ट प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी बन गई है. निक्केई एशिया का दावा है कि रेनो-निसान-मित्सुबिशी गठबंधन की छत्रछाया में एक अन्य प्रमुख जापानी कार ब्रांड मित्सुबिशी भी रूसी बाजार से बाहर निकलने पर विचार कर रहा है.
जापान के मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "निसान की कार्यकारी समिति ने रूसी संघ को अपनी रूसी संपत्ति की बिक्री को मंजूरी दे दी है... इसमें सेंट पीटर्सबर्ग में निसान की उत्पादन और अनुसंधान सुविधाएं और मॉस्को में बिक्री और मार्केटिंग सेंटर शामिल हैं." सौदे की शर्तों के तहत निसान "अगले छह वर्षों के भीतर अपना हिस्सा वापस खरीद सकता है.
निसान ने एक अलग बयान में कहा कि सौदे को आने वाले हफ्तों में अंतिम रूप दिया जाएगा. सौदे के तहत कंपनी लगभग 100 बिलियन येन (686.5 मिलियन डॉलर) का एकमुश्त भुगतान लेगी.
बयान में कहा गया है कि रूस में इसके 2,000 या उससे अधिक कर्मचारियों को 12 महीनों के लिए "रोजगार सुरक्षा" मिलेगी. लेन-देन का कोई वित्तीय विवरण मंगलवार को दोनों पक्षों द्वारा प्रदान नहीं किया गया था.
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