ढाका:
पुलिस के मुताबिक जमात-उल-मुजाहिदीन (जेएमबी) से जुड़े बांग्लादेश के एक नए आतंकी संगठन ने स्थानीय हिन्दुओं और धर्मनिरपेक्ष लोगों की एक फेहरिस्त बनाई है और एक हिन्दू डॉक्टर को मारने की साजिश रची है.
पुलिस ने बताया कि अंसार राजशाही संगठन ने नीरेंद्रनाथ सरकार को मारने की साजिश रची है. संगठन के सदस्य आपस में एक सुरक्षित मैसेजिंग एप्लिकेशन के जरिए बातचीत करते हैं. संगठन ने स्थानीय हिन्दुओं और धर्मनिरपेक्ष लोगों की एक सूची बनाई है, जिन्हें निशाना बनाने की साजिश उसने रची है.
ढाका ट्रिब्यून की खबर है कि जेएमबी का फरार नेता शरीफ उल इस्लाम खालिद राजशाही विश्वविद्यालय का छात्र है और वह इस साल अप्रैल में अपने एक शिक्षक रिजा-उल-करीम की हत्या में शामिल था. वह अंसार राजशाही के संस्थापकों में से एक है.
उन्हें इस संगठन के बारे में तब जानकारी मिली जब उन्होंने शरीफ उल के दो चचेरे भाइयों - अमीन उल इस्लाम रूमी और इनाम उल हक सबुज से पूछताछ की.
अदालत के सूत्रों के मुताबिक, दोनों को सोमवार रात गिरफ्तार किया गया था और अगले दिन राजशाही की अदालत में पेश किया गया तथा दोनों के लिए पांच-पांच दिन की हिरासत की मांग की गई थी. मामले की सुनवाई अगले हफ्ते हो सकती है.
पूछताछ के दौरान, रूमी ने अंसार राजशाही में अपने तीन सहयोगियों के नाम बताए. राजशाही के पुलिस अधीक्षक मोज़्ज़म हुसैन ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उनके फोन में एक सुरक्षित मैसेजिंग ऐप मिला है. उन्होंने कहा कि हमने उनकी बातचीत का 58 पन्नों का मुद्रित दस्तावेज प्राप्त किया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस ने बताया कि अंसार राजशाही संगठन ने नीरेंद्रनाथ सरकार को मारने की साजिश रची है. संगठन के सदस्य आपस में एक सुरक्षित मैसेजिंग एप्लिकेशन के जरिए बातचीत करते हैं. संगठन ने स्थानीय हिन्दुओं और धर्मनिरपेक्ष लोगों की एक सूची बनाई है, जिन्हें निशाना बनाने की साजिश उसने रची है.
ढाका ट्रिब्यून की खबर है कि जेएमबी का फरार नेता शरीफ उल इस्लाम खालिद राजशाही विश्वविद्यालय का छात्र है और वह इस साल अप्रैल में अपने एक शिक्षक रिजा-उल-करीम की हत्या में शामिल था. वह अंसार राजशाही के संस्थापकों में से एक है.
उन्हें इस संगठन के बारे में तब जानकारी मिली जब उन्होंने शरीफ उल के दो चचेरे भाइयों - अमीन उल इस्लाम रूमी और इनाम उल हक सबुज से पूछताछ की.
अदालत के सूत्रों के मुताबिक, दोनों को सोमवार रात गिरफ्तार किया गया था और अगले दिन राजशाही की अदालत में पेश किया गया तथा दोनों के लिए पांच-पांच दिन की हिरासत की मांग की गई थी. मामले की सुनवाई अगले हफ्ते हो सकती है.
पूछताछ के दौरान, रूमी ने अंसार राजशाही में अपने तीन सहयोगियों के नाम बताए. राजशाही के पुलिस अधीक्षक मोज़्ज़म हुसैन ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उनके फोन में एक सुरक्षित मैसेजिंग ऐप मिला है. उन्होंने कहा कि हमने उनकी बातचीत का 58 पन्नों का मुद्रित दस्तावेज प्राप्त किया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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