
- नेपाल के Gen Z प्रदर्शनकारी पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं.
- काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने सुशीला कार्की का समर्थन किया, शांतिपूर्ण स्थिति बनाए रखने का आह्वान किया.
- सुशीला कार्की ने कहा कि संसद अभी भंग नहीं हुई है और पार्टियों के बीच बातचीत जरूरी है.
नेपाल में चल रहे राजनीतिक उथल-पुथल और जनरेशन-जेड के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि अब आगे क्या? अब देश की बागडोर किसके हाथों में होगी, क्या अब हिंसा का दौर खत्म हो गया है. अभी की सबसे बड़ी खबर है कि नेपाल के Gen Z प्रदर्शनकारी नेपाल की पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं. चलिए आपको नेपाल के राजनीतिक उथल-पुथल और अब आगे कौन गद्दी संभालेगा के सवाल से जुड़े 5 अपडेट बताते हैं.
1. सुशीला कार्की का नाम सबसे आगे
नेपाल के युवा 'Gen Z' प्रदर्शनकारी नेपाल की पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधान मंत्री के रूप में चाहते हैं. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव, जिनसे प्रदर्शनकारियों ने परामर्श किया था, ने बुधवार को न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को यह बात बताई. एक सैन्य प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि नेपाल सेना के प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल ने बुधवार को प्रमुख हस्तियों और "Gen Z के प्रतिनिधियों" के साथ वर्चुअल बातचीत की. यहीं पर सुशीला कार्की का नाम सामने रखा गया. सुशीला कार्की नेपाल के सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस के रूप में सेवा करने वाली एकमात्र महिला हैं और उन्होंने 2016 और 2017 में इस पद पर काम किया. अब सबकी नजर नेपाल के राष्ट्रपति पर होगी.
2- बालेंद्र शाह ने सुशीला कार्की का समर्थन किया
सुशीला कार्की का अंतरिम प्रधान मंत्री के रूप में नाम सामने आने के बाद इस पद के लिए एक अन्य संभावित उम्मीदवार, काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने पूर्व चीफ जस्टिस के लिए अपने समर्थन की घोषणा की. उन्होंने राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल से तुरंत अंतरिम सरकार बनाने और संसद को भंग करने का भी आग्रह किया. काठमांडू के मेयर ने एक अपील जारी कर नेपालियों से शांत और धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया. उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा, "प्रिय Gen-Z और सभी नेपालियों से मेरा अनुरोध: देश इस समय एक अभूतपूर्व स्थिति में है. अब आप सुनहरे भविष्य की ओर कदम उठा रहे हैं. कृपया इस समय घबराएं नहीं, धैर्य रखें." उन्होंने नागरिकों को आश्वस्त किया कि देश एक अंतरिम सरकार के गठन की ओर बढ़ रहा है, जो उन्होंने कहा कि नए चुनावों की निगरानी करेगी और देश को एक नया जनादेश प्रदान करेगी.

3. संसद अभी भंग नहीं हुई- सुशीला कार्की
73 साल की सुशीला कार्की ने कहा है कि पार्टियों के बीच बातचीत महत्वपूर्ण है. कार्की ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया, "आगे का रास्ता निकालने के लिए विशेषज्ञों को एक साथ आने की जरूरत है… संसद अभी भी कायम है."
संवैधानिक रूप से, 80 वर्षीय राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल को अब सबसे बड़े संसदीय दल के नेता को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए. लेकिन वास्तविकता यह है कि नेपाल के अधिकांश पुराने और अनुभवी नेता गायब हो गए हैं.
4. सुशीला कार्की ने आर्मी चीफ से की मुलाकात
सुशीला कार्की आज यानी गुरुवार, 11 सितंबर की सुबह से ही नेपाल सेना प्रमुख से बातचीत कर रही हैं. इस बीच, जेन जेड प्रदर्शनकारी अभी भी अंतरिम सरकार के अंतिम गठन पर आम सहमति तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। कई स्तरों पर बातचीत चल रही है.
5. आज फिर आर्मी चीफ के साथ प्रदर्शनकारियों की बैठक
नेपाल की सेना नए अंतरिम नेता का फैसला करने के लिए गुरुवार को Gen- Z प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत फिर से शुरू करेगी. सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है. प्रवक्ता राजा राम बासनेट ने नए अंतरिम नेता पर चर्चा का जिक्र करते हुए न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "प्रारंभिक बातचीत जारी है और आज भी जारी रहेगी. हम धीरे-धीरे स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं."
नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गुरुवार तक विरोध प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है, जबकि 1,033 लोग घायल हुए हैं.
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