
Myanmar Thailand Earthquake: थाईलैंड और म्यांमार में शुक्रवार दोपहर बाद आई तेज भूकंप ने भयानक तबाही मचाई है. 7.7 की तीव्रता से आई भूंकप के बाद दोनों देशों में कई बिल्डिंग ढह गए, कई पुल टूट गए, कई सड़कें तबाह हो गई. इस विनाशकारी भूकंप के बाद दोनों देशों में राहत-बचाव कार्य जारी है. खबर लिखे जाने तक भूकंप से 107 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है. हालांकि यह आंकड़ा अभी और बढ़ेगा, क्योंकि जैसे-जैसे मलबा हटेगा, वैसे-वैसे हताहतों का आंकड़ा बढ़ेगा.
अभी तक आई जानकारी के अनुसार म्यांमार में 103 लोगों की मौत हुई है. थाईलैंड में 4 लोगों की मौत हुई है. यहां 50 से ज़्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. इसके अलावा, चीन में भी दो लोग घायल हुए हैं.
भूकंप की तबाही के बाद थाईलैंड को संभालने वाली उनकी 38 साल की PM पैटोंगटार्न शिनवात्रा (Paetongtarn Shinawatra) लगातार चर्चाओं में बनी हैं. शिनवात्रा जिस तरीके से इस भीषण आपादा के समय देश को संभाल रही हैं, उसकी तारीफ की जा सकती है.
फुल एक्शन मोड में नजर आ रही थाई पीएम
थाइलैंड में आई विनाशकारी भूकंप के बाद वहां की प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा (Paetongtarn Shinawatra) फुल एक्शन मोड में दिख रही हैं. थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें वो इस आपात स्थिति को कंट्रोल करने में अपनी पूरी ताकत से जुटी नजर आ रही हैं.

मीटिंग से ही राहत-बचाव कार्यों के दिए निर्देश
थाईलैंड के आपदा निवारण विभाग ने कहा कि भूकंप देश के लगभग सभी क्षेत्रों में महसूस किया गया. बताया गया कि जिस समय भूकंप के झटके महसूस किए गए, उस समय थाइलैंड की प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा एक मीटिंग में थी. भूकंप के झटके महसूस होते ही उन्होंने उस मीटिंग को वहीं रोककर राहत-बचाव कार्यों के जरूरी निर्देश देती नजर आई.
हाथ में दो-दो फोन लिए निर्देश देती नजर आईं पीएम
इस दौरान की प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा की एक तस्वीर सामने आई, जिसमें वो हाथ में दो-दो फोन लिए नजर आ रही हैं. वो दोनों मोबाइलों से भूकंप के बाद स्थितियां को कंट्रोल करने का निर्देश दे रही थी. इसके बाद थाइलैंड की प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए तुरंत एक आपातकालीन बैठक बुलाई.

फुकेत से बैंकॉक लौंटी पीएम शिनवात्रा, ली बैठक
भूकंप के बाद प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनवात्रा फुकेत से बैंकॉक लौट आई, जहां उन्होंने म्यांमार में आए भूकंप के थाईलैंड पर पड़ने वाले प्रभावों को संबोधित करने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों के साथ एक तत्काल बैठक की.
पीएम ने जनता को किया आश्वस्त, कहा- सुनामी का कोई खतरा नहीं
शाम 6 बजे तक प्रधानमंत्री ने जनता को आश्वस्त किया कि प्रभावित क्षेत्र सीमित है, और भूकंप के बाद के झटके जिनकी अब तक 17 रिपोर्टें आई हैं, धीरे-धीरे कम हो जाएंगे और कोई खास नुकसान नहीं होगा. सुनामी का भी कोई खतरा नहीं है.
थाइलैंड की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री हैं पैटोंगटार्न शिनवात्रा
उल्लेखनीय हो कि पैटोंगटार्न थाइलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनवात्रा की सबसे छोटी बेटी हैं. वो मात्र 38 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बनी. शिनवात्रा परिवार से थाईलैंड की कमाल संभालने वाली वो तीसरी नेता हैं. उनसे पहले उनके पिता और उनकी चाची यिंगलुक शिनावात्रा यह पद संभाल चुके हैं. पैंटोंगटार्न थाईलैंड की सत्तारूढ़ पार्टी फेउ थाई की नेता हैं. फिलहाल भूकंप के बाद अपने तेज काम की वजह से चर्चा में हैं.

लोगों के लिए की गई भोजन-पानी की व्यवस्था
यह भी बताया गया कि कॉन्डोमिनियम के निवासी अपने घरों को लौट सकते हैं, लेकिन बैंकॉक के गवर्नर ने सार्वजनिक पार्कों को बंद करने की अवधि बढ़ा दी है और जनता की सहायता के लिए पानी और भोजन की व्यवस्था की है.
बीटीएस और एमआरटी सिस्टम की सुरक्षा के लिए जांच की जा रही है, कल से इनकी सेवा फिर से शुरू होने की उम्मीद है. जनता की मदद के लिए आज अतिरिक्त बस सेवाएँ प्रदान की गई हैं.
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