यांगून:
म्यामां की सेना ने आधी सदी के सैन्य शासन के बाद बुधवार को नाम मात्र के लिए नागरिक सरकार को सत्ता की बागडोर सौंप दी, जबकि सत्ता पर सेना की पकड़ कायम है। वरिष्ठ जनरल थान श्वे के एक प्रमुख सहयोगी और पूर्व प्रधानमंत्री थेन सेन ने राष्ट्रपति पद के लिए शपथ ग्रहण किया। विश्लेषकों का मानना है कि थान श्वे पीछे से सत्ता पर कुछ नियंत्रण कायम रख सकते हैं। दरअसल, पिछले साल के विवादास्पद चुनाव के बाद सत्ता की बागडोर हस्तांतरित की गई है। देश में पिछले 20 साल में यह पहला चुनाव हुआ था। म्यामां की सरकारी टीवी ने थान श्वे के हस्ताक्षर वाले एक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य शासन की स्टेट पीस एंड डेवलपमेंट काउंसिल को आधिकारिक तौर पर भंग कर दिया गया है। गौरतलब है कि श्वे ने 1992 से यहां सख्ती के साथ शासन किया है।