अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि उत्तरी इराक में इराकी और कुर्द बलों द्वारा सामरिक रूप से महत्वपूर्ण मोसुल बांध पर फिर कब्जा हासिल करना सुन्नी आतंकी समूह के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा कदम है।
ओबामा ने कहा, हमारे सहयोग से इराकी और कुर्द बलों ने इराक में मोसुल शहर के निकट इस सबसे बड़े बांध पर फिर से कब्जा कर एक बड़ा कदम उठाया है। मोसुल बांध इस महीने के शुरू में आतंकवादियों के नियंत्रण में चला गया था और हम इराक में फंसे अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा के लिए सीधे तौर पर प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, यदि इस बांध को तोड़ा जाता तो इससे काफी तबाही मच सकती थी। बाढ़ के आने से हजारों नागरिकों का जीवन खतरे में पड़ जाता और बगदाद में स्थित हमारा दूतावास परिसर भी खतरे में पड़ जाता। उन्होंने यह भी कहा कि इराकी और कुर्द बलों ने पूरे साहस और दृढ़ निश्चय के साथ जमीन पर बढ़त हासिल की।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस अभियान से यह सिद्ध होता है कि इराकी और कुर्द बल आईएसआईएल के खिलाफ मिलकर लड़ने में सक्षम हैं। यदि वे ऐसा करना जारी रखते हैं तो उन्हें अमेरिका का मजबूत समर्थन मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका उत्तरी इराक में उत्पन्न मानवीय संकट को सुलझाने के लिए अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के निर्माण में जुटा है।
ओबामा ने कहा कि अपने घरों को छोड़ राहत शिविरों में पहुंचे लोगों को राहत, भोजन और पानी की आवश्यकता पूरी करने में अमेरिका इराक सरकार सहित सहयोगी देशों - ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, इटली और ऑस्ट्रेलिया के साथ काम करता रहेगा।
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