- इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मेजर जनरल रोमन गौफमैन को मोसाद का नया प्रमुख नियुक्त किया है
- गौफमैन का कोई खुफिया विभाग में अनुभव नहीं है, वे सैन्य पृष्ठभूमि से आते हैं और सेना में लंबे समय तक सेवा दी है
- गौफमैन 1976 में बेलारूस में जन्मे और 14 वर्ष की उम्र में इजरायल आ गए थे
दुनिया की सबसे खूंखार खुफिया एजेंसी कही जाने वाली मोसाद को अपना नया चीफ मिल गया है. इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार, 4 नवंबर को अपने सैन्य सचिव (मिलिट्री सेक्रेटरी) को देश की खुफिया एजेंसी मोसाद का अगला प्रमुख चुन लिया. कमाल की बात है कि नए चीफ कभी खुफिया विभाग में रहे ही नहीं हैं, उनका यह बैकग्राउंड ही नहीं है. मोसाद के नए चीफ का नाम मेजर जनरल रोमन गौफमैन हैं. नेतन्याहू के ऑफिस ने गौफमैन को जासूसी एजेंसी के प्रमुख के रूप में नियुक्त करने के निर्णय की घोषणा करते हुए कहा कि वह वर्तमान मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया की जगह लेंगे, जिनका पांच साल का कार्यकाल जून 2026 में समाप्त हो रहा है.
खास बात है कि गौफमैन के मोसाद चीफ बनने के कुछ ही घंटों के अंदर इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह से हथियार रखने के ठिकानों पर हमला किया है.
गौफमैन कौन हैं?
न्यूज एजेंसी एएफफी की रिपोर्ट के अनुसार गौफमैन का जन्म 1976 में बेलारूस में हुआ था और वह 14 साल की उम्र में ही इजरायल चले आए थे. वह 1995 में सेना की बख्तरबंद कोर (आर्मर्ड कोर) में शामिल हुए और एक लंबा सैन्य कैरियर बनाया. 7 अक्टूबर, 2023 को जब इजरायल पर हमास का हमला शुरू हुआ तो गाजा युद्ध की शुरुआत में, गौफमैन इजरायल की राष्ट्रीय पैदल सेना प्रशिक्षण केंद्र (नेशनल इन्फैंट्री ट्रेनिंग सेंटर) के कमांडर थे.
गौरतलब है कि नेतन्याहू ने इससे पहले इजरायल के धार्मिक जायोनी आंदोलन से सेना के एक सदस्य डेविड जिनी को शिन बेट घरेलू सुरक्षा एजेंसी का प्रमुख बनाया था. अब नेतन्याहू ने फिर से अपने राष्ट्रवादी विचारों के करीबी किसी व्यक्ति को इजरायल की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी का चीफ बनाया है. जिनी की तरह, गौफमैन भी उस एजेंसी से नहीं आए हैं, जिसका प्रमुख उन्हें बनाया गया है.
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