पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने रविवार को कहा कि कश्मीर मुद्दे के सामाधान के जरिए ही उनके देश और भारत के बीच शांति हासिल हो सकती है. अपने गृह नगर सियालकोट में मीडिया से रूबरू होते हुए आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ अच्छा पड़ोसी रिश्ता चाहता है लेकिन ऐसा तब तक नहीं हो सकता जब तक नयी दिल्ली इसके लिए तैयार नहीं होगी. आसिफ ने दावा किया कि कश्मीर के लोग ‘आत्मनिर्णय के अधिकार’ के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं जो उन्हें संयुक्त राष्ट्र ने अपने संकल्पों के माध्यम से "आश्वासन दिया" था.
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उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों को ‘जनमत संग्रह के अधिकार’ हासिल करने के लिए लगातार मदद देता रहेगा.
भारत ने बिगाड़ा इस्लामाबाद-काबुल का रिलेशन: इसी साल अप्रैल में पाकिस्तान के बतौर रक्षामंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने आरोप लगाया था कि इस्लामाबाद और काबुल के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बिगाड़ने के पीछे भारत है. एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, रक्षामंत्री ने कहा है कि अफगानिस्तान पर भारत के प्रभाव के कारण इस्लामाबाद और काबुल के सबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. उन्होंने देश के आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तानी सशस्त्र बलों की कुर्बानी पर जोर दिया और कहा कि आतंकवादियों को खदेड़ने और देश से आतंकवाद की समस्या समाप्त करने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे.
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महीनों के तनाव और वाकयुद्ध के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंध उस समय पटरी पर आते दिखे, जब प्रधानमंत्री के विदेश मामलों पर सलाहकार सरताज अजीज ने बुधवार को कहा कि लंदन में वरिष्ठ अफगानी अधिकारियों के साथ उनकी हाल की बातचीत में प्रगति हुई है.
वीडियो: जरदारी की जियारत की तस्वीरें
अजीज ने नेशनल एसेंबली की विदेश मामलों से संबंधित स्थायी समिति के समक्ष कहा कि अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हनीफ अतमर के साथ लंदन में हुई बैठक गतिरोध तोड़ने में मददगार हुई है.
इनुपट: भाषा
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उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों को ‘जनमत संग्रह के अधिकार’ हासिल करने के लिए लगातार मदद देता रहेगा.
भारत ने बिगाड़ा इस्लामाबाद-काबुल का रिलेशन: इसी साल अप्रैल में पाकिस्तान के बतौर रक्षामंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने आरोप लगाया था कि इस्लामाबाद और काबुल के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बिगाड़ने के पीछे भारत है. एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, रक्षामंत्री ने कहा है कि अफगानिस्तान पर भारत के प्रभाव के कारण इस्लामाबाद और काबुल के सबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. उन्होंने देश के आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तानी सशस्त्र बलों की कुर्बानी पर जोर दिया और कहा कि आतंकवादियों को खदेड़ने और देश से आतंकवाद की समस्या समाप्त करने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे.
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महीनों के तनाव और वाकयुद्ध के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंध उस समय पटरी पर आते दिखे, जब प्रधानमंत्री के विदेश मामलों पर सलाहकार सरताज अजीज ने बुधवार को कहा कि लंदन में वरिष्ठ अफगानी अधिकारियों के साथ उनकी हाल की बातचीत में प्रगति हुई है.
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अजीज ने नेशनल एसेंबली की विदेश मामलों से संबंधित स्थायी समिति के समक्ष कहा कि अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हनीफ अतमर के साथ लंदन में हुई बैठक गतिरोध तोड़ने में मददगार हुई है.
इनुपट: भाषा
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