फाइल फोटो
गिल्जे-रिजेन (नीदरलैंड):
हवाई दुर्घटना जांचकर्ताओं ने मंगलवार को यह निष्कर्ष निकाला कि मलेशियन एयरलाइंस की उड़ान संख्या एमएच17 को युद्ध प्रभावित यूक्रेन से पिछले वर्ष दागी गई एक मिसाइल से मार गिराया गया था, जिससे उसमें सवार सभी 298 लोग मारे गए थे।
दुर्घटना की डच नीत जांच की आधिकारिक जांच रिपोर्ट जारी होने से पहले रूसी अधिकारी निष्कर्ष को लेकर संदेह जता रहे हैं। यह तय है कि इस जांच निष्कर्ष से रूस और पश्चिमी देशों के बीच संबंधों में और तनाव आएगा।
डच सेफ्टी बोर्ड के अध्यक्ष जिब्बे जोउस्त्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'उड़ान एमएच17 विमान के बाहरी हिस्से में कॉकपिट के बाएं ओर मुखास्त्र में विस्फोट होने के चलते दुर्घटनाग्रस्त हुई।' उन्होंने कहा, 'इस तरह का मुखास्त्र वैसी मिसाइल में फिट होता है, जो सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल प्रणाली में लगा होता है।'
जोउस्त्रा ने इसके साथ ही यूक्रेन के अधिकारियों पर इस बात के लिए निशाना साधा कि उन्होंने नागरिक उड़ानों को देश के पूर्वी हिस्से के ऊपर से उड़ने की इजाजत देना जारी रखा, जबकि कीव बलों और रूस समर्थक अलगाववादियों के बीच संघर्ष जारी था। इस जांच के निष्कर्षों को तत्काल मिसाइल निर्माता अल्माज आंते ने खारिज किया, जिसने दुर्घटना की अपनी स्वयं की जांच की थी।
वहीं यूक्रेन के प्रधानमंत्री अर्सेनी यात्सेनयुक ने रूस की सुरक्षा सेवा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'मुझे निजी तौर पर कोई संदेह नहीं कि यह रूसी विशेष सेवा का एक योजनाबद्ध अभियान था जिसका उद्देश्य एक नागरिक विमान को गिराना था।'
दुर्घटना की डच नीत जांच की आधिकारिक जांच रिपोर्ट जारी होने से पहले रूसी अधिकारी निष्कर्ष को लेकर संदेह जता रहे हैं। यह तय है कि इस जांच निष्कर्ष से रूस और पश्चिमी देशों के बीच संबंधों में और तनाव आएगा।
डच सेफ्टी बोर्ड के अध्यक्ष जिब्बे जोउस्त्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'उड़ान एमएच17 विमान के बाहरी हिस्से में कॉकपिट के बाएं ओर मुखास्त्र में विस्फोट होने के चलते दुर्घटनाग्रस्त हुई।' उन्होंने कहा, 'इस तरह का मुखास्त्र वैसी मिसाइल में फिट होता है, जो सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल प्रणाली में लगा होता है।'
जोउस्त्रा ने इसके साथ ही यूक्रेन के अधिकारियों पर इस बात के लिए निशाना साधा कि उन्होंने नागरिक उड़ानों को देश के पूर्वी हिस्से के ऊपर से उड़ने की इजाजत देना जारी रखा, जबकि कीव बलों और रूस समर्थक अलगाववादियों के बीच संघर्ष जारी था। इस जांच के निष्कर्षों को तत्काल मिसाइल निर्माता अल्माज आंते ने खारिज किया, जिसने दुर्घटना की अपनी स्वयं की जांच की थी।
वहीं यूक्रेन के प्रधानमंत्री अर्सेनी यात्सेनयुक ने रूस की सुरक्षा सेवा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'मुझे निजी तौर पर कोई संदेह नहीं कि यह रूसी विशेष सेवा का एक योजनाबद्ध अभियान था जिसका उद्देश्य एक नागरिक विमान को गिराना था।'
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