इस्लामाबाद:
पाकिस्तान पहुंची लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने अपनी पाकिस्तानी समकक्ष, वरिष्ठ मंत्रियों और सांसदो के सामने उर्दू जुबान में तकरीर करके अमन की जोरदार पैरवी की। उनकी उर्दू जुबान और कई शायराना जुमलों के इस्तेमाल को लोगों ने खूब सराहा।
बीती रात पाकिस्तानी नेशनल एसेंबली की स्पीकर फहमीदा मिर्जा ने मीरा कुमार के लिए रात की दावत दी थी। इस दौरान मीरा ने वहां मौजूद लोगों सामने सटीक उर्दू जुबान में तकरीर की।
पाकिस्तान की कुदरती खूबसूरती को बयां करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘आपकी बेमिसाल मेहमाननवाजी हिंदुस्तान में मशहूर है। यहां आने के बाद मैंने देखा कि आपकी मेहमाननवाजी के बारे में जितना सुना था, वह उससे भी ज्यादा बेहतरीन है।’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों के सांसदों को अवाम के बीच बेहतर रिश्ते बनाने में अहम किरदार निभाना है।
मीरा ने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के लोग एक जैसी तरबियत और जड़ों से जुड़े हैं। दोनों मुल्कों में संगीत, फिल्म और खेलों के लिए मोहब्बत है। हिंदुस्तानी फिल्मी अदाकारों को लोग पाकिस्तान में खूब प्यार करते हैं और इसी तरह पाकिस्तानी फनकारों के चाहने वालों की संख्या हिंदुस्तान में बहुत ज्यादा है।’ उन्होंने अपनी तकरीर के दौरान कई मशहूर शायरों फिराक गोरखपुरी, मजरूह सुल्तानपुरी और फैज अहमद फैज की चंद लाइनों को भी बयां किया और लोगों ने तालियों की गड़गड़हाट से इसकी तारीफ की।
फहमीदा ने कहा कि उन्होंने जनवरी, 2010 में भारत का दौरा किया था, जब माहौल तनाव वाला था। उन्होंने कहा कि संसदीय कूटनीति से द्विपक्षीय रिश्ते सुधरते हैं।
बीती रात पाकिस्तानी नेशनल एसेंबली की स्पीकर फहमीदा मिर्जा ने मीरा कुमार के लिए रात की दावत दी थी। इस दौरान मीरा ने वहां मौजूद लोगों सामने सटीक उर्दू जुबान में तकरीर की।
पाकिस्तान की कुदरती खूबसूरती को बयां करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘आपकी बेमिसाल मेहमाननवाजी हिंदुस्तान में मशहूर है। यहां आने के बाद मैंने देखा कि आपकी मेहमाननवाजी के बारे में जितना सुना था, वह उससे भी ज्यादा बेहतरीन है।’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों के सांसदों को अवाम के बीच बेहतर रिश्ते बनाने में अहम किरदार निभाना है।
मीरा ने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के लोग एक जैसी तरबियत और जड़ों से जुड़े हैं। दोनों मुल्कों में संगीत, फिल्म और खेलों के लिए मोहब्बत है। हिंदुस्तानी फिल्मी अदाकारों को लोग पाकिस्तान में खूब प्यार करते हैं और इसी तरह पाकिस्तानी फनकारों के चाहने वालों की संख्या हिंदुस्तान में बहुत ज्यादा है।’ उन्होंने अपनी तकरीर के दौरान कई मशहूर शायरों फिराक गोरखपुरी, मजरूह सुल्तानपुरी और फैज अहमद फैज की चंद लाइनों को भी बयां किया और लोगों ने तालियों की गड़गड़हाट से इसकी तारीफ की।
फहमीदा ने कहा कि उन्होंने जनवरी, 2010 में भारत का दौरा किया था, जब माहौल तनाव वाला था। उन्होंने कहा कि संसदीय कूटनीति से द्विपक्षीय रिश्ते सुधरते हैं।
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