काबुल:
आतंकवाद और चरमपंथ की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इस प्रकार की विचारधाराएं लोगों की समस्याओं का जवाब उपलब्ध नहीं करातीं और इनकी लपटों को फिर से हवा देने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। अफगानिस्तान की संसद को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि शांति और समरसता की स्थापना के बिना विकास और समृद्धि की क्षेत्र की आकांक्षाओं को पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि विकास और समृद्धि लोगों को सम्मान के साथ जीने और गरिमा के साथ काम करने का मौका देगी। अफगानिस्तान के अपने दो दिवसीय दौरे को समाप्त करते हुए सिंह ने कहा, इस क्षेत्र के लोग सदियों तक मिलकर रहे हैं। यह हमारा क्षेत्र है और हमें एक साथ जीना है और एक साथ आगे बढ़ना है। अफगानिस्तान के लोगों के दुख तथा पीड़ा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, आतंकवाद और चरमपंथ हमारे लोगों के लिए एक अजनबी विचार हैं। वे उनके लिए केवल मौत और विनाश लेकर आते हैं। ये गरीबी, अशिक्षा, भूख तथा बीमारी जैसी समस्याओं का कोई समाधान उपलब्ध नहीं कराते।
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