विज्ञापन
This Article is From Dec 20, 2022

चीन में कोरोना केसों में हो रही वृद्धि के बीच बढ़ गई नींबू की मांग? ये है वजह

नींबू की मांग में उछाल बीजिंग और शंघाई जैसे शहरों से हो रही है. वहां लोग कोरोना महामारी के खिलाफ नवीनतम लड़ाई में अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए विटामिन सी के तौर पर नींबू का इस्तेमाल खूब कर रहे हैं. चूंकि सर्दी और फ्लू की दवाएं कम चल रही हैं, लिहाजा लोग अब खुद को ज्यादा इम्यून बनाने के लिए नींबू का इस्तेमाल कर रहे हैं.

चीन में कोरोना केसों में हो रही वृद्धि के बीच बढ़ गई नींबू की मांग? ये है वजह
बीजिंग:

चीन दो साल से भी अधिक समय से कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) से जूझ रहा है. वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) और कई तरह के प्रतिबंधों के बाद भी वहां लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. लोग अपनी इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए प्राकृतिक उपचारों की ओर रुख कर रहे हैं. ऐसे में चीन में नींबू की मांग बहुत बढ़ गई है. नींबू का व्यापार काफी फलफूल रहा है.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सिचुआन के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत एन्यू में नींबू का व्यापार करने वाले वेन लगभग 130 एकड़ (53 हेक्टेयर) पर नींबू उगाते हैं, जो चीन में लगभग 70% नींबू पैदा करता है. उन्होंने कहा कि उनकी बिक्री पिछले सप्ताह के दौरान प्रति दिन 5 या 6 टन से बढ़कर 20 से 30 टन हो गई है.

वेन बताते हैं, 'नींबू की मांग में उछाल बीजिंग और शंघाई जैसे शहरों से हो रही है. वहां लोग कोरोना महामारी के खिलाफ नवीनतम लड़ाई में अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए विटामिन सी के तौर पर नींबू का इस्तेमाल खूब कर रहे हैं.' चूंकि सर्दी और फ्लू की दवाएं कम चल रही हैं, लिहाजा लोग अब खुद को ज्यादा इम्यून बनाने के लिए नींबू का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, इस बात के अपर्याप्त सबूत हैं कि विटामिन सी कोविड का इलाज कर सकता है या उसे रोक सकता है.

एन्यू में एक अन्य किसान लियू यंजिंग बताते हैं, "नींबू की कीमतें पिछले चार या पांच दिनों में दोगुनी हो गई हैं." उन्होंने कहा कि वह पूरे देश से आने वाले ऑर्डर से निपटने के लिए दिन में 14 घंटे काम कर रहे हैं. नवीनतम उछाल से पहले नींबू 2 या 3 युआन प्रति आधा किलो या लगभग 30 से 40 अमेरिकी सेंट के हिसाब से बिक रहे थे. अब वे 6 युआन में बिकते हैं.

वहीं, बात करें कोरोना महामारी की, तो चीन के लिए अभी इससे छुटकारा मिलता नहीं दिख रहा है. अमेरिका स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) के नए अनुमानों के अनुसार, चीन के कड़े COVID-19 प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप 2023 तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण विस्फोट हो सकता है और 1 लाख से अधिक मौतें हो सकती हैं. 

अनुमानों के अनुसार, चीन में 1 अप्रैल के आसपास कोविड-19 संक्रमण के मामले चरम पर होंगे, जब मौतें 322,000 तक पहुंच जाएंगी. आईएचएमई के निदेशक क्रिस्टोफर मरे ने कहा कि तब तक चीन की लगभग एक तिहाई आबादी संक्रमित हो चुकी होगी. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कोविड प्रतिबंधों को हटाने के बाद से किसी भी आधिकारिक कोविड मौतों की सूचना नहीं दी है. अंतिम आधिकारिक मौत 3 दिसंबर को दर्ज की गई थी. बीजिंग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक उसके यहां कोरोना महामारी से अब तक कुल 5,235 मौतें हुई हैं.

ये भी पढ़ें:-

चीन में कोरोना के BF.7 वैरिएंट का ‘कोहराम', अस्‍पताल भरे, मुर्दाघरों में लंबी लाइनें, लाखों मौतों का अनुमान

चाइनीज स्मार्टफोन मेकर Xiaomi पर मंदी की मार, कंपनी कर रही जॉब्स में कटौती

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com